इस बैंक में बच्चे जमा करवाते हैं रोटियां...जानिए क्या है पूरा मामला
punjabkesari.in Friday, Dec 16, 2022 - 04:07 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कहते हैं कि किसी भूखे को खाना खिलाना और प्यासे को पानी पिलाना सबसे बड़ा पुण्य होता है। मुश्किल की घड़ी में भूखे को आधी रोटी भी मिल जाए तो उस इंसान के लिए तो बहुत बड़ी बात है। आज हम आपको यहां एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो निस्वार्थ भावना से लोगों को खाना खिलाते हैं। सिख कौम दुनिया में अपनी निस्वार्थ सेवा के लिए जानी जाती है और सिख सेवादार सरदार सरबजीत सिंह बॉबी इस प्रथा को निभा रहे हैं।
सभी गुरू साहिबानों ने अपनी बाणी में मानव सेवा का उपदेश दिया है और सरदार सरबजीत सिंह बॉबी का कहना है कि वह बस अपने गुरुओं की वाणी का पालन कर रहे हैं। सरदार सरबजीत सिंह बॉबी हर रोज़ शिमला के कैंसर अस्पताल में लगभग 2000 लोगों को निशुल्क गुरू का लंगर प्रसाद छकाते है। मानवता का दर्द बांटने का जो जज्बा इनमें दिखता है वह शब्दों में बखान नही किया जा सकता।
शिमला के लोअर बाजार में है छोटी-सी दुकान
शिमला के लोअर बाजार में जूते-चप्पलों की छोटी सी दुकान चलाने वाले सरदार सरबजीत सिंह ने साल 2002 से शव वाहन चलाने की सेवा शुरू की। तभी उन्होंने देखा कि दूर-दूर से अस्पताल में आते लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी होती थी खाना। एक तो अस्पताल में मरीज के इलाज का खर्च ऊपर से खुद के रहने और खाने-पीने पर खर्च। कुछ लोग तो इतने मजबूर होते थे कि उनके पास इनते पैसे नहीं होते थे कि वह एक समय का खाना भी अच्छे से खा सकें। ऐसे में बॉबी ने कैंसर अस्पताल में पहले 6 माह में केवल चाय और बिस्किट की सेवा की। इसके बाद इन्होंने लगभग 2 लाख की लागत से वहां एक लंगर हाल तैयार करवाया और मजबूर लोगों को लंगर बांटना शुरू कर दिया।
छोटे बच्चे भी बने मददगार
शिमला के इस कैंसर अस्पताल में एक रोटी बैंक बनाया गया जिसमें स्थानीय लोग भी काफी मदद करते हैं। बॉबी सिंह की इस रोटी बैंक में छोटे-छोटे बच्चे भी अपनी सेवा देते हैं। स्कूली बच्चे अपने टिफिन में घर से एक या दो रोटी ज्यादा लाकर रोटी बैंक में जमा करवाते है जिससे मजबूर लोगों का पेट भरा जाता है। जहां भी किसी को खाने की जरूरत होती है बॉबी सिंह वहां सहायता पहुंचाते हैं। इतना ही नहीं बॉबी सिंह ने एक वैन रखी है जो हर रोज शहर और गांवों में जाती है और रोटियां जमा करती है जिससे मजबूर लोगों का पेट भरा जाता है। सारा खाना एक दिन में ही बांट दिया जाता है। अगले दिन फिर से ताजा खाना लोगों को दिया जाता है। सरदार सरबजीत सिंह बॉबी की इस मानव सेवा की लोग काफी तारीफ करते हैं।