उफनती महानदी में गिरी महिला, पैरों में जंजीर बंधी होने के बाद भी 17 किमी तैरी
punjabkesari.in Saturday, Aug 03, 2024 - 02:56 PM (IST)
नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां के पुराट गांव की सरोजिनी (33) चौहान ने पैरों में जंजीर बंधे होने के बावजूद 17 किलोमीटर तैरकर महानदी पार कर अपनी जान बचाई। मौके पर मौजूद मछुआरों ने सरोजिनी को नदी से बाहर निकाला।
मछुआरों ने सरोजिनी को बचाया
सरोजिनी को ओडिशा के पलसाडा गांव के रमेश सेठ और उनके बेटे दानी ने गुरुवार तड़के मछली पकड़ते समय देखा था। जब रमेश और दानी नदी में मछली पकड़ रहे थे, उन्होंने "बचाओ, बचाओ" की आवाजें सुनीं। वे आवाज की दिशा में बढ़े और देखा कि सरोजिनी नदी में तैर रही है। पिता-पुत्र ने तुरंत अपनी नाव मोड़ी और अन्य मछुआरों की मदद से सरोजिनी को बाहर निकाल लिया।
17 किमी तैरकर ओडिशा पहुंची सरोजिनी
सरोजिनी के पैरों में जंजीर बंधी हुई थी, लेकिन फिर भी वह लगभग 17 किलोमीटर तैरते हुए ओडिशा पहुंच गई थी। बताया गया है कि सरोजिनी मानसिक रूप से बीमार है और उसकी सुरक्षा के लिए उसे रात में जंजीर से बांधा जाता था। बुधवार रात को वह किसी तरह से जंजीर तोड़कर नदी तक पहुंच गई और तैरते हुए ओडिशा की सीमा तक पहुंच गई।
5 साल पहले हुई थी शादी
सरोजिनी की शादी पांच साल पहले हुई थी, जिसके बाद उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई और वह जंजीर से बांधी जाने लगी। अब उसे मछुआरों ने सुरक्षित निकाल लिया है।