दलित युवकों को निर्वस्त्र कर खूब यातना दीं, करंट लगाया, प्लायर से नाखून उखाड़े और फिर प्राइवेट पार्ट...

punjabkesari.in Friday, Apr 18, 2025 - 04:15 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राजस्थान के दलित युवकों के साथ छत्तीसगढ़ में हुई हैवानियत ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। मजदूरी मांगने की इतनी बड़ी सजा दी गई कि सुनकर रूह कांप जाए। पहले तो युवकों को निर्वस्त्र किया गया, फिर उन्हें बिजली के करंट से झुलसाया गया, प्लायर से नाखून उखाड़ दिए गए और उनके प्राइवेट पार्ट को बेरहमी से खींचा गया। इस अमानवीय घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसे देख हर कोई गुस्से और गम में हैरान है। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस ने पहले तो सुनवाई नहीं की और अब दबाव बनाकर मामला दबाने की कोशिश की जा रही है।

मजदूरी मांगने पर शुरू हुआ अत्याचार

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के दो दलित युवक – अभिषेक भांबी और विनोद भांबी – छत्तीसगढ़ के कोरबा में मजदूरी करने गए थे। जब उन्होंने अपने काम की मजदूरी मांगी तो उन पर चोरी का झूठा आरोप लगाकर अमानवीय तरीके से प्रताड़ित किया गया। उन्हें एक गोदाम में बंद कर निर्वस्त्र किया गया और फिर बिजली का करंट दिया गया। इसके बाद प्लायर से नाखून उखाड़े गए और प्राइवेट पार्ट पर हमला किया गया।

वीडियो में दिखी दरिंदगी की हद

14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती के दिन हुई इस घटना का वीडियो आरोपियों ने खुद बनाया। वीडियो में युवक को बिलखते हुए, चिल्लाते हुए देखा जा सकता है लेकिन किसी ने भी उन्हें नहीं रोका। यह वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।

मां की गुहार- बेटे को इंसाफ चाहिए

पीड़ित अभिषेक की मां लीला देवी का दर्द छलक पड़ा। उन्होंने कहा: "मेरे बेटे को करंट दिया गया, उसके नाखून उखाड़े गए और कोई पाइप से मार रहा था। यह किसी भी मां के लिए सहन नहीं किया जा सकता। मुझे न्याय चाहिए।"

पीड़ित पहुंचे गांव, पुलिस पर लापरवाही का आरोप

घटना के बाद दोनों युवक जैसे-तैसे गांव लौटे और परिजनों को आपबीती सुनाई। अभिषेक की हालत इतनी खराब थी कि वह चल-फिर भी नहीं पा रहा था। जब परिजन गुलाबपुरा थाने गए तो वहां उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने न सिर्फ शिकायत लेने से इनकार किया बल्कि समझौते का दबाव भी बनाया।

पुलिस ने दर्ज की 0 एफआईआर, कार्रवाई का भरोसा

गुलाबपुरा थाना प्रभारी हनुमान चौधरी ने बताया कि यह मामला दूसरे राज्य का होने के कारण 0 एफआईआर दर्ज की गई है। रिपोर्ट को कोरबा पुलिस को भेज दिया गया है। पीड़ितों को मेडिकल के लिए बुलाया गया है और नियमानुसार कार्रवाई की बात कही गई है।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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