भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की साजिश रच रहा था छांगुर बाबा, करीबी मोहम्मद अहमद ने खोले राज

punjabkesari.in Saturday, Jul 12, 2025 - 10:19 PM (IST)

नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश एटीएस और अन्य जांच एजेंसियों द्वारा बेनकाब किए गए देशव्यापी धर्मांतरण रैकेट का सरगना छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन, अब सलाखों के पीछे है। तफ्तीश में सामने आया है कि उसका उद्देश्य न केवल बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन कराना था, बल्कि भारत को 'मुस्लिम राष्ट्र' में तब्दील करने का भी खतरनाक एजेंडा था। ये सनसनीखेज खुलासा छांगुर के एक पूर्व सहयोगी मोहम्मद अहमद ने एक टेलीविजन चैनल से बातचीत में किया है।

मजहबी जाल: प्यार, पैसे और प्रलोभन से धर्मांतरण

जांच एजेंसियों के मुताबिक, छांगुर बाबा का नेटवर्क देश के कई राज्यों में सक्रिय था और इसका संचालन अत्यंत योजनाबद्ध तरीके से किया जाता था:

  • हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाना, फिर उन्हें इस्लाम की ‘रूहानी ताकत’ के नाम पर बाबा से मिलवाना।

  • बाबा कथित रूप से कमरे में ऊपर बैठकर इस्लाम का उपदेश देता और खुद को अल्लाह से सीधे संपर्क में होने का दावा करता।

  • पीड़िताओं को गुमराह करने में महिला एजेंटों की बड़ी भूमिका थी — जैसे कि नीतू उर्फ नर्सरीन, जो बाबा के 'चमत्कारों' का प्रचार करती थी।

  • धर्म परिवर्तन के बाद महिलाओं से कई बार शादी, बलात्कार और शोषण की घटनाएं भी सामने आई हैं।

 पीड़िता की आपबीती: प्रशासन से कार्रवाई की मांग

एक पीड़ित महिला ने प्रमुख सचिव से मुलाकात कर गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उसका कहना है कि:

  • उसे पहले एक महिला एजेंट बाबा के पास लेकर गई थी, जहां उसे इस्लाम की अच्छाइयों के नाम पर गुमराह किया गया।

  • बाबा ने खुद को ‘रूहानी शक्ति’ का स्वामी बताया, और पीड़िता को कहा गया कि उसका जीवन तभी सुधरेगा जब वह ‘धर्म बदलेगी’।

  • उसे आर्थिक मदद का लालच देकर भरोसे में लिया गया।

विदेशी फंडिंग और “रेट कार्ड” धर्मांतरण का

जांच में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि छांगुर बाबा का नेटवर्क धर्मांतरण के लिए जातियों के अनुसार “रेट लिस्ट” का उपयोग करता था:

  • ब्राह्मण, क्षत्रिय या सिख – ₹15–16 लाख

  • ओबीसी – ₹10–12 लाख

  • अनुसूचित जाति/अन्य – ₹8–10 लाख

बताया जा रहा है कि यह सारा पैसा दुबई, कतर और सऊदी अरब जैसे देशों से फंडिंग के ज़रिए आता था। 100 करोड़ से अधिक की विदेशी लेन-देन की जांच जारी है।

बाबा का सपना और मोहम्मद अहमद का खुलासा

बाबा के एक करीबी मोहम्मद अहमद ने खुलासा किया है कि बाबा का उद्देश्य था भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाना। अहमद ने बताया कि:

  • वह 2023 में बाबा के संपर्क में आया था, जब एक जमीन के सौदे में उसने 49.80 लाख रुपये बाबा से लिए थे।

  • बाद में जब पैसे नहीं मिले और विवाद बढ़ा, तो वह उससे अलग हो गया।

  • उसने बाबा को खुदा से जुड़ा होने का ढोंग करते और ‘जन्नत का वादा’ करते देखा था।

जांच एजेंसियों की कार्रवाई और गिरोह का सफाया

  • ATS ने अब तक बाबा समेत उसके 4 सहयोगियों को गिरफ्तार किया है।

  • ED ने बाबा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज कर लिया है — अब तक ₹51 करोड़ की संपत्तियों की जांच हो चुकी है।

  • बलरामपुर स्थित बाबा की 70 कमरों वाली कोठी, जो इस्लामी प्रचार और धर्मांतरण केंद्र के रूप में उपयोग होती थी, ध्वस्त कर दी गई है।

समाज में उबाल, नेताओं और संगठनों की प्रतिक्रियाएं

  • UP महिला आयोग की अध्यक्ष ने मामले की तेज सुनवाई और मृत्युदंड की मांग की है।

  • कई हिंदू संगठनों ने इसे "राष्ट्रविरोधी साजिश" बताया है और राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़कर जांच की मांग की है।

  • पुलिस अधिकारियों पर भी सख्ती बढ़ाई जा रही है, क्योंकि बाबा का प्रभाव कई प्रशासनिक अफसरों तक पहुंच चुका था।


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Content Writer

Pardeep

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