''सैना में नहीं होता भाई-भतीजावाद'', CDS अनिल चौहान बोले - होना चाहिए सिर्फ जज्बा
punjabkesari.in Thursday, Sep 18, 2025 - 07:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क : चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने गुरुवार को रांची में स्कूली बच्चों के साथ बातचीत के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों को एक ऐसी संस्था के रूप में पेश किया जहां भाई-भतीजावाद का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने युवाओं से देश की सेवा करने और नई जगहों की खोज के लिए सेना में शामिल होने का आग्रह किया। जनरल चौहान ने प्राकृतिक आपदाओं में नागरिकों को बचाने के प्रयासों और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी विस्तार से बताया।
सशस्त्र बलों में भाई-भतीजावाद नहीं होता
स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए जनरल चौहान ने जोर देकर कहा, "फौज ही एकमात्र ऐसी जगह है जहां भाई-भतीजावाद नहीं होता। अगर आप देश की सेवा करना चाहते हैं और देश-दुनिया की खोज करना चाहते हैं, तो आपको सशस्त्र बलों में शामिल होने की इच्छा रखनी चाहिए।" उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि सेना न केवल देशभक्ति का प्रतीक है, बल्कि अवसरों का भी केंद्र है जहां योग्यता ही सब कुछ तय करती है।
प्राकृतिक आपदाओं में सेना का योगदान
जनरल चौहान ने इस वर्ष प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सशस्त्र बलों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस साल बड़ी संख्या में प्राकृतिक आपदाओं के बीच सशस्त्र बलों ने नागरिकों को बचाने के लिए पूर्ण प्रयास किया। "सेना ने हर संकट में अपनी जिम्मेदारी निभाई और लाखों लोगों की जान बचाई," उन्होंने जोर देकर कहा। यह बयान हाल के बाढ़, भूस्खलन और अन्य आपदाओं में सेना की भूमिका को रेखांकित करता है।
ऑपरेशन सिंदूर: रात में सटीक हमले की रणनीति
बातचीत के दौरान जनरल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि नागरिकों को किसी तरह के नुकसान से बचाने के लिए 7 मई को सुबह 1 बजे पहला हमला किया गया था। "रात के दौरान लंबी दूरी के लक्ष्यों पर सटीक हमले के लिए विशेष प्रयासों की आवश्यकता होती है," उन्होंने कहा। ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद शुरू किया गया था, जिसमें आतंकवादियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इनमें अधिकांश पर्यटक थे। इस ऑपरेशन ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ रणनीति को दर्शाया।
जनरल चौहान का यह संदेश युवा पीढ़ी को सशस्त्र बलों की ओर आकर्षित करने का प्रयास है, जो देश की सुरक्षा और सेवा के महत्व को रेखांकित करता है। रांची में आयोजित इस कार्यक्रम ने स्कूली बच्चों में देशभक्ति की भावना को प्रज्वलित करने का काम किया।