सरोजिनी नगर में चला बुलडोजर, NDMC की कार्रवाई से मचा हड़कंप, दुकानदारों ने उठाए सवाल
punjabkesari.in Monday, Jun 23, 2025 - 10:41 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली की सबसे लोकप्रिय और भीड़भाड़ वाली मार्केटों में शुमार सरोजिनी नगर में शनिवार और रविवार की दरमियानी रात उस समय हड़कंप मच गया, जब एनडीएमसी (NDMC) की टीम ने आधी रात 12:30 बजे अतिक्रमण हटाने के नाम पर बुलडोजर चला दिया। इस कार्रवाई से न केवल अवैध दुकानों को नुकसान हुआ, बल्कि कई वैध दुकानों को भी क्षति पहुंचने का आरोप लगाया जा रहा है।
बिना पूर्व सूचना हुई कार्रवाई, दुकानदारों में आक्रोश
सरोजिनी नगर मिनी मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक रंधावा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि "एनडीएमसी ने आधी रात को अचानक छापा मारा और बड़ी दुकानों की छतें तक तोड़ दी गईं। ये कार्रवाई बिना किसी पूर्व नोटिस के की गई, जो न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि अमानवीय भी।" उन्होंने आगे कहा कि रविवार को विरोध स्वरूप पूरी मार्केट बंद रखी जाएगी।
करीब 500 दुकानों को हुआ नुकसान
मौके पर मौजूद अन्य दुकानदारों का कहना है कि NDMC की कार्रवाई में लगभग 500 दुकानों को नुकसान पहुंचा है। कुछ दुकानों की संरचना को नुकसान हुआ, तो कई पटरी दुकानदारों की रोजी-रोटी ही उजड़ गई। दुकानदारों का आरोप है कि "ये कार्रवाई केवल अवैध अतिक्रमण पर नहीं, बल्कि वैध रूप से चल रही दुकानों पर भी की गई है।"
NDMC का पक्ष: अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई
एनडीएमसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह कार्रवाई अवैध अतिक्रमण के खिलाफ की गई है। अधिकारियों के मुताबिक, “सरोजिनी नगर मार्केट में नियमित दुकानों के आगे और पटरी पर अवैध रूप से दुकानें लगाई जा रही थीं, जिससे भीड़भाड़ और यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही थी।” कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल को भी तैनात किया गया ताकि कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
एक ऐतिहासिक बाजार में ‘अचानक कार्रवाई’
गौरतलब है कि सरोजिनी नगर मार्केट दिल्ली की सबसे पुरानी और प्रसिद्ध बाजारों में से एक है। यह न केवल दिल्लीवासियों के लिए, बल्कि देशभर से आने वाले खरीदारों के लिए भी एक प्रमुख डेस्टिनेशन है। यहां पर वीकेंड्स में भारी भीड़ रहती है, और रेगुलर दुकानों के साथ-साथ पटरी पर भी सैकड़ों दुकानें चलती हैं, जो अक्सर अव्यवस्था और अतिक्रमण का कारण बनती हैं। मार्केट एसोसिएशन का कहना है कि उन्होंने पहले भी अतिक्रमण के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई थीं, लेकिन NDMC ने उन पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। अब अचानक रात में कार्रवाई कर वैध दुकानों को भी नुकसान पहुंचाना अस्वीकार्य है।