शिकागो में PM मोदी के जीवन पर दो अंतर्राष्ट्रीय किताबें रिलीज, राजदूत संधू ने किया विमोचन

punjabkesari.in Thursday, Jun 30, 2022 - 01:56 PM (IST)

न्यूयार्कः अमेरिका के शिकागो शहर में NID फाउंडेशन द्वारा ‘विश्व सद्भावना’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लिखी दो किताबें रिलीज की गई। कार्यक्रम में अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू और गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने विशेषतौर पर हिस्सा लिया। इस मौके पर राजदूत संधू  ने कहा कि पीएम मोदी ने पूरे भारत को बड़े सपने देखने के लिए प्रोत्साहित किया है और दुनिया को दिखाया है कि अगर दृढ़ संकल्प और दृढ़ता के साथ सपनों का पीछा किया जाए, तो उन्हें पूरा किया जा सकता है।

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जानें दोनों किताबों के नाम व ऑथर
किताबों का विमोचन राजदूत संधू ने आध्यात्मिक नेता श्री श्री रविशंकर के साथ किया। इन किताबों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूनिक एवं बेहद सफल शासन और सामान्य रूप से मानवता एवं विशेष रूप से भारतीयों के लिए उनके प्यार और स्नेह को दर्शाया गया है।  NID  फाउंडेशन द्वारा प्रकाशित, ‘हार्टफेल्ट-द लिगेसी ऑफ फेथ’ पुस्तक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिख गुरुओं और उनकी शिक्षाओं में विश्वास को दिखाया है। इसमें सिख समुदाय के लंबित मुद्दों को पूरा करने के उनके गंभीर प्रयासों दस्तावेजीकरण किया गया है।दूसरी किताब, अमेरिका में प्रसिद्ध ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ भरत बरई द्वारा लिखी गई है, जिसका नाम ‘मोदी@20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ है। इसमें इंटेलेक्चुल और डोमेन एक्सपर्ट्स द्वारा चैप्टर्स का कंपाइलेशन है। किताब में पिछले 20 सालों में गुजरात और भारत में अपने यूनिक शासन की वजह से आए बदलाव की बात की जाती है। 

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भारत-अमेरिका साझेदारी मोदी के आने पर मजबूत हुईः  संधू
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी दृष्टिकोण, उनके नेतृत्व करने के गुणों और उनकी विनम्रता एवं मानवता के प्रति प्रेम ने उन्हें सही मायने में एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया है।  राजदूत संधू ने कहा कि भारत-अमेरिकी साझेदारी पीएम मोदी के आने पर मजबूत हुई है। राजदूत संधू ने कहा, ‘प्रधानमंत्री भारत-अमेरिका संबंधों की क्षमता को समझते हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच विश्वास के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

 

अमेरिका के साथ भारत का रक्षा व्यापार बढ़ा
राजदूत ने कहा, ‘भारत और अमेरिका किसी भी अन्य देश की तुलना में आज एक दूसरे के साथ अधिक द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास करते हैं। अमेरिका के साथ भारत का रक्षा व्यापार जो 1990 के दशक के अंत में 0 डॉलर था, अब 2022 में 20 अरब डॉलर से अधिक हो गया है। इसी तरह ऊर्जा व्यापार जो 5 साल पहले 0 डॉलर था, आज 20 अरब डॉलर हो चुका है।’ उन्होंने कहा, ‘पिछले साल 160 अरब डॉलर के साथ भारत-अमेरिकी द्विपक्षी व्यापार ने ऐतिहासिक ऊंचाइयों को हासिल किया। ये प्रभाव से परे है कि कोविड महामारी के दौरान बिना किसी औपचारिक व्यापार समझौते के और सप्लाई चेन में आई बाधाओं के बाद भी इसे हासिल करने में कामयाब रहे। ’

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कार्यक्रम में अमेरिका और भारतीय प्रवासी समुदाय के प्रभावशाली लोगों   में अमेरिकी सांसद रॉन जॉनसन,   यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन-पार्कसाइड के चांसलर डॉ डेबी फोर्ड, विस्कॉन्सिन स्टेट असेंबली के स्पीकर रॉबिन वोस, चंढीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर और एनआईडी फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक एस सतनाम सिंह संधू, अमेरिकी बिजनेसमैन दर्शन सिंह धालीवाल और भारतीय सांसद हंस राज हंस ने भी हिस्सा लिया। बता दें कि ‘विश्व सद्भावना’ कार्यक्रम पहली बार एनआईडी फाउंडेशन द्वारा विदेश में आयोजित किया गया है। पिछले साल अप्रैल में नई दिल्ली में ऐसे ही एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। जहां भारत और विदेशों के प्रभावशाली 138 सिखों ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी।

   


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Content Writer

Tanuja

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