'किस रूप में भगवान का ध्यान लगाऊं' PM मोदी के छोटे भाई प्रह्लाद मोदी ने प्रेमानंद महाराज से किया सवाल

punjabkesari.in Saturday, Jun 28, 2025 - 12:10 PM (IST)

नेशनल डेस्क : देश-विदेश में प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज के प्रवचनों को सुनने के लिए भक्त दूर-दूर से पहुंचते हैं। उनके प्रवचनों में आध्यात्मिक ज्ञान और भक्ति का ऐसा समागम होता है कि हर उम्र के लोग उनसे जुड़ना चाहते हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई प्रह्लाद मोदी वृंदावन पहुंचे और प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भक्ति, ध्यान और श्रद्धा को लेकर एक जिज्ञासा प्रकट की।

क्या पूछा प्रह्लाद मोदी ने?

प्रह्लाद मोदी ने कहा, 'मुझे मां के साथ रहने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, लेकिन दो साल पहले उनका निधन हो गया। अब मैं आध्यात्मिक मार्ग पर चलना चाहता हूं। मैं जब अलग-अलग मंदिरों में जाता हूं तो भगवान का स्वरूप हर जगह अलग होता है। ऐसे में जब ध्यान और भजन करता हूं, तो भ्रम होता है कि किस रूप पर ध्यान लगाऊं। कृपया इसका समाधान बताइए।'

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प्रेमानंद महाराज ने क्या उत्तर दिया?

प्रेमानंद महाराज ने बेहद सरल और भावपूर्ण उत्तर देते हुए कहा, 'दर्शन तो आप सबका करो लेकिन निष्ठा एक स्थान पर रखो।' उन्होंने आगे कहा, 'जब हम किसी आचार्य परंपरा से जुड़ते हैं, तो हमारा ध्यान भी उसी परंपरा के इष्ट देव पर केंद्रित होता है। जैसे हम राधावल्लभ संप्रदाय से जुड़े हैं, तो हमारा ध्यान राधावल्लभ जी पर रहेगा। कोई स्वामी हरिदास जी के अनुयायी हैं तो उनका ध्यान श्री बांके बिहारी जी पर रहेगा। जो किसी परंपरा से नहीं जुड़े हैं, वे भी अपनी श्रद्धा के अनुसार किसी एक रूप को अपना सकते हैं। उदाहरण के तौर पर आप मान सकते हैं कि बांके बिहारी जी ही आपके आराध्य हैं और उन्हीं पर ध्यान केंद्रित करें। यही भक्ति का सरल मार्ग है।'

कौन हैं प्रह्लाद मोदी?

प्रह्लाद मोदी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई हैं और अहमदाबाद में रहते हैं। वे ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने राशन डीलरों के हकों की लड़ाई में कई बार आंदोलन भी किए हैं। प्रह्लाद मोदी का प्रेमानंद महाराज से मिलना और आध्यात्मिक चर्चा करना यह दर्शाता है कि जीवन के हर पड़ाव पर भक्ति और आत्मिक मार्ग की तलाश इंसान को रहती है।



 


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Content Editor

Mehak

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