खून से लाल हो रही राजधानी, बड़े भाई से थी दुश्मनी, छोटे को गोलियों से भूना

punjabkesari.in Friday, Jul 19, 2019 - 05:30 AM (IST)

नई दिल्ली: छोटी-छोटी बातें कभी कभी बड़ी बन जाती है। जिसमें जान तक चली जाती है। बीती रात मादीपुर गांव की लाल बत्ती पर कार चालक सलीम कुरैशी पर बाइक सवार अज्ञात तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। बदमाशों ने करीब आधा दर्जन गोली चलाई थी। जिसके खोल पुलिस ने जब्त किए हैं। हत्या का आरोप सुल्तानपुरी के घोषित बदमाश और पड़ोस में रहने वाले एक शख्स पर लगा है। मादीपुर गांव की लाल बत्ती पर हुई वारदात: परिवार वालों ने बताया कि उनकी मादीपुर गांव डब्ल्यू जेड-185 दुकान नंबर में मीट की दुकान है। जिसको सलीम उसके भाई रहीस,शकील और नदीम चलाया करते हैं। 

बीते बुधवार शाम को दुकान से सलीम पश्चिम विहार एक्सटेंशन स्थित हाथी रेस्टोरेंट के सामने जिम करके स्विफ्ट कार में बैठकर घर के लिए निकला था। मादीपुर लाल बत्ती पर अचानक बाइक पर तीन हेलमेट पहने बदमाशों ने उसकी कार को आगे की तरफ से दो तरफ से घेर लिया। आधा दर्जन राउंड गोली सलीम पर चलाई। सलीम को दो फेफड़ों में जबकि एक एक पेट,सिर और गले में लगी। गोली गले से आरपार हो गई थी। वारदात के बाद मौके पर मची भगदड़ के बीच बदमाश बाइक से फरार हो गए थे। 

पीसीआर को मामले की सूचना दी। तभी वहां गुजर रहे बाइक सवार ने सलीम को अपने साथी की सहायता से बाइक पर बैठाकर बाला जी अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को मिले सीसीटीवी कैमरे में अहम सुराग: पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वारदात के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में अहम सुराग मिले हैं। परिवार वालों ने भी जिन लोगों पर शक जाहिर किया है। उनके बारे में भी अहम जानकारियां मिली है।

कार को देखकर रहीस समझ बैठे बदमाश
परिवार वालों ने बताया कि सलीम के पास बुलेट बाइक है। जबकि रहीस के पास स्विफ्ट कार है। सलीम हमेशा बुलेट पर आना जाना किया करता था। बुधवार को वह रहीस की कार ले गया था। जबकि वारदात करवाने वालों को भी पता था कि कार सिर्फ रहीस ही चलाया करता है। बदमाशों ने कार का पीछा किया और लाल बत्ती पर बिना देखे सलीम पर गोलियां चला दी थी। उनको लगा था कि चालक सलीम नहीं बल्कि सहीस है। परिवार वालों ने बताया कि वारदात करने से पहले बदमाशों ने रेकी की थी। 

पड़ोसी से थी बड़े भाई रहीस की दुश्मनी 
परिवार वालों ने बताया सलीम की हत्या के पीछे पड़ोस में रहने वाले अब्दुल रहमान के रिश्तेदार मो.उमर उर्फ लला के लड़के से पिछले से साल से किसी बात को लेकर दुश्मनी थी। लला के लड़के की जानपहचान सुल्तानपुरी थाने के घोषित बदमाश आरिफ इकराम से थी। आरिफ ने अपने साथियों के साथ मिलकर कई बार रहिस पर जानलेवा हमला और धमकी दी थी। मामला सुलटाने के लिए कई बार लोग दोनों को मिलवाने के लिए बैठे भी थे। 

हमले में बाल-बाल बचा था सलीम का भाई रहीस
सलीम के भाई ने बताया करीब 28 जून को सुल्तानपुरी थाने के घोषित बदमाश आरिफ इकराम ने उसपर गोली चलाई थी। जिसमें वह जान बचाकर वहां से निकल गया था। प्रेम नगर थाना पुलिस ने कोई एफआईआर तक नहीं लिखी थी। उसी रात लला अपनी बेटी को लेकर नांगलोई थाने गया। जहां पर पुलिस को उसके बेटी के फटे कपड़े दिखाकर रहीस पर झूठा छेड़छाड़ का केस दर्ज करा दिया था। जिसमें रहीस को जेल हो गई थी। लेकिन बाद में समझौता भी हो गया था। जिससे रहीस बाहर आ गया था। 

 


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Pardeep

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