कर्नाटक में JDS के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेगी BJP, येदियुरप्पा ने बताया सीट शेयरिंग फॉर्मूला
punjabkesari.in Friday, Sep 08, 2023 - 05:49 PM (IST)

नेशनल डेस्कः कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा की पार्टी जनता दल (सेक्युलर) के साथ तालमेल करेगी। येदियुरप्पा की इस घोषणा ने राज्य में सियासी तापमान बढ़ा दिया है। भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य येदियुरप्पा ने कहा कि चुनावी तालमेल के तहत जद (एस) कर्नाटक में 28 संसदीय क्षेत्रों में से चार पर चुनाव लड़ेगी।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसे लेकर खुश हूं कि देवेगौड़ा जी ने हमारे प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उन्होंने चार सीट तय कर ली हैं। मैं इसका स्वागत करता हूं... भाजपा और जद (एस) के बीच तालमेल होगा। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जद (एस) को चार लोकसभा सीट देने के लिए राजी हो गए हैं।''
येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘इसने हमें काफी ताकत दी है और इससे साथ मिलकर हमें 25-26 लोकसभा सीट जीतने में मदद मिलेगी।'' भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनावों में कर्नाटक में 25 सीट पर जीत हासिल की थी, वहीं, भाजपा समर्थित एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी जीत हासिल की थी। कांग्रेस और जद (एस) ने एक-एक सीट पर जीत हासिल की थी। इस साल मई में हुए 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस को 135 सीटें मिलीं, जबकि भाजपा को 66 और जद (एस) को 19 सीटें मिलीं।
राज्य के नेताओं को इस बारे में अधिक जानकारी नहीं
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि जद (एस) लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन कर सकती है। यह भी कहा गया कि जद (एस) नेता ने इस संबंध में दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात की थी। हालांकि, बाद में जद (एस) प्रमुख देवेगौड़ा ने संकेत दिया था कि पार्टी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। जद (एस) ने 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ा था। भाजपा सूत्रों के मुताबिक, तालमेल को लेकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और जद (एस) के शीर्ष नेतृत्व के बीच बातचीत हुई है और राज्य के नेताओं को इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है।
सूत्रों ने कहा कि भाजपा हासन और बेंगलुरु ग्रामीण सीटें जद (एस) को दे सकती है, जहां मौजूदा समय में उसके सांसद नहीं हैं। सूत्रों ने बताया कि आने वाले दिनों में विचार-विमर्श के बाद सीटों को लेकर स्थिति साफ हो सकती है, क्योंकि मांड्या, तुमकुरु, कोलार और चिक्कबल्लापुर जैसी सीटों के नाम पर भी चर्चा हो रही है। जद (एस) के साथ चुनावी तालमेल से जुड़े सवाल पर भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने कहा, ‘‘चर्चा शुरू हो चुकी है। हम सभी 28 सीटें जीतने के लिए पूरी तैयारी करेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम आने वाले दिनों में चुनावी रणनीति और तैयारियों के संबंध में बैठेंगे और चर्चा करेंगे।''
भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, ‘‘हमने कई मुद्दों पर विधानसभा के अंदर और बाहर इस ‘दुष्ट' (कांग्रेस) सरकार के खिलाफ संयुक्त रूप से लड़ाई लड़ी है। स्वाभाविक रूप से, कर्नाटक को बचाने के लिए विपक्षी दलों का एकजुट होना जरूरी है। उस संदर्भ में ये चर्चाएं महत्वपूर्ण हैं। आने वाले दिनों में सब कुछ सामने आ जाएगा।''
जेडीएस ने बयान देने से किया इनकार
वहीं, इस घटनाक्रम पर कोई टिप्पणी करने से बचते हुए जद (एस) के प्रदेश अध्यक्ष सी.एम. इब्राहिम ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेगौड़ा इस बारे में विस्तृत बयान देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक पार्टी मंच पर इस संबंध में कोई चर्चा नहीं हुई है। 10 सितंबर को हमने पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है, हम वहां कार्यकर्ताओं की राय लेंगे।
पार्टी के वरिष्ठ विधायक जी.टी. देवेगौड़ा की अध्यक्षता वाली कोर कमेटी पूरे राज्य का दौरा करने के बाद जो भी रिपोर्ट देगी, हम उसके आधार पर निर्णय लेंगे।'' जी.टी. देवेगौड़ा ने कहा, ‘‘कुमारस्वामी के भाजपा नेताओं के साथ अच्छे संबंध हैं और वे (भाजपा नेता) उनके और मेरे साथ बातचीत कर रहे हैं, लेकिन कुछ मानदंडों के आधार पर चर्चा के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।'' विभिन्न स्थानों पर जद (एस) कार्यकर्ताओं और नेताओं पर कांग्रेस सरकार द्वारा अत्याचार किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी का मानना है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को हराने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन करना जरूरी है।
जनता कांग्रेस का समर्थन करेगी- सिद्धरमैया
इस घटनाक्रम को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और जद(एस) के बीच हुए चुनावी गठबंधन से चिंतित नहीं हैं। उन्होंने दावा किया कि जनता कांग्रेस पार्टी का समर्थन करेगी। सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘चाहे गठबंधन होगा या वे अलग-अलग लड़ेंगे, मुझे इसकी परवाह नहीं है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम लोगों से वोट करने की अपील करेंगे। लोग हमारे साथ हैं। वे हमें वोट देंगे।''
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने इस घटनाक्रम को लेकर कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं है। शिवकुमार ने कहा, ‘‘वे ऐसा कर लें ....पहले भी उन्होंने ऐसा किया था जब अशोक अन्ना (भाजपा नेता आर. अशोक) और कुमार अन्ना (कुमारस्वामी) पिछली (भाजपा-जद (एस) गठबंधन) सरकार में एक साथ आए थे। वे अपना अस्तित्व बचाने के लिए कुछ भी कर लें। लेकिन मेरा सवाल यह है कि उनकी (जद एस की) विचारधारा क्या है? देवेगौड़ा ने पहले की स्थितियों में भाजपा के साथ गठबंधन से इनकार कर दिया था।''