रोहिंग्या पर घिरी बीजेपी : दिल्ली में भी दोहराया जाएगा झारखण्ड?

punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2024 - 11:41 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बीजेपी ने वही गलती दिल्ली में दोहरा दी है जो उसने झारखण्ड में की थी। झारखण्ड में घुसपैठिया और दिल्ली में रोहिंग्या! झारखण्ड में घुसपैठिए का मुद्दा बीजेपी को उल्टा पड़ा था। उसे मुंह की खानी पड़ी थी और जेएमएम ने घुसपैठिया के मुद्दे को बीजेपी के ही खिलाफ इस्तेमाल करने में कामयाबी हासिल की थी। क्या अब दिल्ली में भी रोहिंग्या का मुद्दा बीजेपी को उल्टा पड़ने वाला है? जिस तरीके से आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के ‘रोहिंग्या वार’ पर उलटवार किया है उससे फौरी तौर पर कम से कम ऐसा ही लगता है।

दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल ने जब बीजेपी और चुनाव आयोग के बीच कथित सांठगांठ का पर्दाफाश करने का दावा किया और सबूत के साथ बताया कि अलग अलग विधानसभाओं में गुणा-भाग करके बीजेपी मतदाताओं के नाम हटाने के लिए चुनाव आयोग को आवेदन दे रही है तो बीजेपी बौखला उठी। बीजेपी ने सबूत को नकारा नहीं, आरोपों को गलत ठहराया नहीं। इसके बदले आम आदमी पार्टी पर ही आरोप जड़ दिया। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पलटवार किया कि फर्जी बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं के वोट हटाए जा रहे हैं और इसलिए आम आदमी पार्टी को मिर्ची लग रही है। इसी लाइन पर बीजेपी के तमाम नेता आम आदमी पर टूट पड़े। मगर, यह पलटवार असर करता उससे पहले ही आम आदमी पार्टी सबूत के साथ एक बार फिर सामने आ गयी।

प्रियंका कक्कड़ ने हरदीप पुरी के हवाले से बीजेपी को घेरा
आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने हरदीप पुरी के 17 अगस्त 2022 के ट्वीट को रीपोस्ट किया। इस पोस्ट में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी दावा करते दिखते हैं भारत ने हमेशा ही शरण मांगने वालों का स्वागत किया है। एक ऐतिहासिक फैसले के तहत रोहिंग्या और शरणार्थियों को दिल्ली के बक्करवाला इलाके में बने ईडब्ल्यूएस फ्लैटों में शिफ्ट किया जाएगा। उन्हें बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। यूएनएचसीआर की आईडी और पुलिस सुरक्षा भी दी जाएगी।”

प्रियंका कक्कड़ ने पलटवार किया कि रोहिंग्या को बसाने का काम बीजेपी करती रही है और आरोप दूसरों पर लगाती हैं। रोहिंग्या को बीजेपी ने बसाया है। प्रियंका ने सवाल किया है कि क्या बीजेपी अपने केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के ट्वीट को झूठ बताती है? क्या कभी बीजेपी ने हरदीप पुरी के ट्वीट पर सवाल खड़े किए? अगर नहीं, तो स्पष्ट है कि दिल्ली के अंदर रोहिंग्या को बसाने का काम बीजेपी ने ही किया है। अगर बसाया न होता तो उन्हें कैसे पता कि रोहिंग्या कहां रह रहे हैं और उन्हें क्या सुविधा देनी है?

वोटर डिलीशन के बाद बीजेपी के गले में रोहिंग्या का फंदा
एक मुद्दे से दूसरे मुद्दे में बीजेपी आ फंसी। मतदाता सूची में व्यापक बदलाव के आरोपों में घिरी बीजेपी अब रोहिंग्याओं के भारत में प्रवेश करने, उन्हें दिल्ली में बसाने के आरोपों से भी घिर गयी। आम आदमी पार्टी के तमाम नेता अरविन्द केजरीवाल, मनीष सिसौदिया, मुख्यमंत्री आतिशी, सौरभ भारद्वाज, संदीप पाठक, संजय सिंह तमाम नेताओं ने इस मुद्दे को लपक लिया है। कहने की जरूरत नहीं कि जिस रोहिंग्या और बांग्लादेशी का मुद्दा बीजेपी उठाना चाह रही थी उसे आम आदमी पार्टी ने भी आगे बढ़कर चुनावी मुद्दा बना दिया है।

अब तक अरविन्द केजरीवाल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को कानून व्यवस्था औऱ आए दिन अपराध की घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे थे। दिल्ली के नशे की गिरफ्त में फंसे होने के लिए भी वे अमित शाह, गुजरात, मुंद्रा पोर्ट और अडानी को जिम्मेदार ठहरा रहे थे। यहां तक कि इन मुद्दों पर विफल रहने के लिए अमित शाह से इस्तीफा भी मांग रहे थे केजरीवाल। अब घुसपैठ और रोहिंग्या के मुद्दे पर भी अमित शाह निशाने पर आ गये हैं। यानी रोहिंग्या का मुद्दा भी बीजेपी पर बैक फायर होता दिख रहा है।

कौन हैं रोहिंग्या?
ध्यान रहे कि रोहिंग्या म्यांमार के निवासी हैं लेकिन मूल रूप से वे बांग्लादेश से हैं। जब 1826 में आंग्ल-बर्मा युद्ध हुआ था तब अंग्रेजों की जीत हुई थी और मजदूरी के लिए अंग्रेजों ने बांग्लादेश से मजदूरों को बर्मा में बसाया था। ये लोग बर्मा के रखाइन प्रांत में बसे थे। अब नये सिरे से जब रोहिंग्या और बर्मा के बौद्ध लोगों के बीच संघर्ष शुरू हुआ तो रोहिंग्याओं को पलायन करना पड़ा है। वे बांग्लादेश होते हुए भारत में प्रवेश कर गये हैं। संसद में केंद्र सरकार ने माना था कि 40 हजार से ज्यादा रोहिंग्या भारत में रह रहे हैं।

झारखण्ड विधानसभा चुनाव के दौरान भी घुसपैठिया कार्ड खूब खेला गया। हेमंत बिस्वा शर्मा, अमित शाह, नरेंद्र मोदी, योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान समेत तमाम दिग्गज नेताओं ने घुसपैठिए को मुद्दा बनाया और हेमंत सरकार को घुसपैठ के लिए जिम्मेदार ठहराया। घुसपैठिए को इस्लाम से जोड़ते हुए आदिवासी बेटियों को छीन लेने और दामाद गांव बसाने तक की बात बीजेपी ने कही थी। मगर, हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखण्ड में इन आरोपों का करारा जवाब दिया गया। सवाल किए गये कि झारखण्ड का बॉर्डर किसी भी देश से नहीं मिलता है। लिहाजा जो भी घुसपैठिए आए हैं वो गृहमंत्री अमित शाह और मोदी सरकार की विफलता की वजह से आए हैं। जेएमएम ने कहा कि मोदी सरकार अपने पाप को झारखण्डियों पर मढ़ना चाहते हैं। चुनाव नतीजे ने बताया कि बीजेपी के आरोप चले नहीं और झारखण्ड में जेएमएम की सरकार दोबारा सत्ता में आ गयी। अब यही कहानी दिल्ली में भी दोहराई जाती दिख रही है।

हरि शंकर जोशी, वरिष्ठ पत्रकार
Disclaimer: ये लेखक के अपने निजी विचार हैं।


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Mahima

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