BJP National President: ... नहीं मिलेगा भाजपा को नया अध्यक्ष! तीन नामों में फंसी अध्यक्ष की रेस
punjabkesari.in Tuesday, Jul 01, 2025 - 01:36 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बीजेपी के आंतरिक संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी किया जा सकता है जब पार्टी के सभी प्रदेश संगठनों में चुनाव या नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी हो चुकी हो। यही कारण है कि राष्ट्रीय स्तर का नेतृत्व परिवर्तन राज्य इकाइयों की नियुक्तियों पर निर्भर हो गया है।
इस सप्ताह के अंत तक मिजोरम, पुडुचेरी, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश सहित लगभग 24 राज्यों में नए अध्यक्षों के नाम घोषित किए जा सकते हैं। हालांकि, कुछ राज्यों में मौजूदा अध्यक्ष को ही बरकरार रखने की चर्चा भी चल रही है।
तेलंगाना में नियुक्ति से पहले विवाद
तेलंगाना में हाल ही में एन. रामचंदर राव को अध्यक्ष नियुक्त किए जाने की चर्चा के बीच विधायक टी. राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया, जिससे वहां हालात और जटिल हो गए हैं। यह घटनाक्रम दिखाता है कि राज्यस्तर पर कुछ निर्णय पार्टी के लिए आंतरिक चुनौती बन सकते हैं।
जेपी नड्डा का बढ़ा हुआ कार्यकाल और आगे की रणनीति
जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त हो चुका था, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव और कई राज्यों में चुनावों को ध्यान में रखते हुए दो बार विस्तार दिया गया। अब पार्टी को एक ऐसा चेहरा चाहिए जो आगामी बिहार चुनाव और 2026 तक के प्रमुख विधानसभा चुनावों (जैसे बंगाल, तमिलनाडु, असम) में भाजपा की अगुवाई कर सके।
तीन नामों पर चल रहा है विचार-विमर्श
पार्टी के शीर्ष स्तर पर तीन संभावित नामों को लेकर गहन मंथन चल रहा है। हालांकि, किसी एक नाम पर आम राय नहीं बन पाने के कारण प्रक्रिया और अधिक विलंबित होती जा रही है। पार्टी सूत्रों की मानें तो अब यह संभावना कम है कि सावन से पहले कोई घोषणा हो पाएगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कैसे होता है?
भाजपा के संगठनात्मक नियमों के अनुसार, पहले राज्य इकाइयों में संगठनात्मक चुनाव पूरे किए जाते हैं। उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर नामांकन प्रक्रिया शुरू होती है, जिसमें अक्सर एक ही उम्मीदवार नामांकन दाखिल करता है और उसे निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया जाता है।