Cryptocurrency: बिटकॉइन की बड़ी गिरावट ने उड़ाए निवेशकों के होश, जानें एक बिटकॉइन की कीमत
punjabkesari.in Monday, Aug 18, 2025 - 02:54 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय शेयर बाजार जहां नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है, वहीं क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में घबराहट साफ नजर आ रही है। एक ओर निवेशकों को शेयरों में तेजी से राहत मिल रही है, दूसरी ओर बिटकॉइन जैसी डिजिटल संपत्तियों में तेज गिरावट ने बाजार को हिला दिया है।
बिटकॉइन और ईथर में तगड़ा झटका
18 अगस्त की सुबह क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। सुबह 10:30 बजे बिटकॉइन की कीमत करीब 2.12% टूटकर $115,559 तक पहुंच गई। महज कुछ दिन पहले, 14 अगस्त को, इसने $125,514 का रिकॉर्ड बनाया था - यानी इतनी जल्दी इसमें 7% की गिरावट आ चुकी है।
इसी तरह, बिटकॉइन के बाद दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether भी 3% टूटकर $4,349 तक गिर गई। यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब हाल ही में इन टोकनों ने अपने ऑल-टाइम हाई के करीब प्रदर्शन किया था।
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, यह गिरावट मुनाफावसूली की वजह से हो रही है। निवेशकों ने जबरदस्त उछाल के बाद लाभ कमाने के लिए बड़ी मात्रा में बिक्री की है। साथ ही, डिजिटल एसेट ट्रेजरी कंपनियों की इन्वेस्टमेंट स्पीड में भी थोड़ी सुस्ती देखी जा रही है।
शेयर बाजार में उत्साह, निवेशकों के चेहरे खिले
क्रिप्टो बाजार की गिरावट के उलट, एशियाई और भारतीय शेयर बाजारों में तेजी बनी हुई है। खासतौर पर MSCI एशिया पैसिफिक इंडेक्स में 0.4% की बढ़त दर्ज की गई, जिसमें चीन और जापान की बड़ी भूमिका रही। हालांकि साउथ कोरिया का बाजार थोड़ी कमजोरी में रहा।
इसके अलावा:
यूरोपियन शेयर फ्यूचर्स में 0.3% और
S&P 500 फ्यूचर्स में 0.1% की बढ़त देखी गई।
शंघाई स्टॉक इंडेक्स भी 10 साल के उच्च स्तर की ओर अग्रसर है।
सोने की कीमतों में भी 0.4% की बढ़त दर्ज की गई, जो निवेशकों की बचाव रणनीति को दिखाती है।
डॉलर और बॉन्ड मार्केट में हलचल
डॉलर इंडेक्स लगभग स्थिर रहा।
10-वर्षीय अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड घटकर 4.30% पर आ गई।
ट्रंप-जेलेंस्की बैठक पर सबकी निगाहें
निवेशकों का ध्यान अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की संभावित मुलाकात पर टिका है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बैठक के परिणाम वैश्विक बाजारों की दिशा तय कर सकते हैं। इससे पहले पुतिन के साथ हुए शिखर सम्मेलन में कोई सख्त प्रतिबंध नहीं लगाया गया, जिससे बाजार को राहत मिली। मिजुहो कॉर्प के रणनीतिकार जॉर्डन रोचेस्टर के अनुसार, बाजार फिलहाल सतर्क है क्योंकि बहुत कुछ इस पर निर्भर करता है कि यूक्रेन रूस की शर्तों को मानता है या नहीं।