रामनवमी पर बड़ा बवाल, दरगाह पर फहराया भगवा झंडा, सामने आई Photo
punjabkesari.in Sunday, Apr 06, 2025 - 11:25 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रयागराज में रामनवमी के अवसर पर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। सुहेलदेव संगठन से जुड़े कुछ युवाओं ने सालार मसूद गाजी की दरगाह पर भगवा झंडा फहराया, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। घटना प्रयागराज से लगभग 40 किलोमीटर दूर गंगापार क्षेत्र के सिकंदरा गांव की है। जानकारी के मुताबिक, भगवा झंडा फहराने के बाद कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए फरार हो गए। यह पूरा घटनाक्रम सुहेलदेव संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा अंजाम दिया गया। संगठन से जुड़े मनेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में लगभग 20 युवक बाइक से दरगाह पहुंचे। युवकों ने दरगाह की दीवार पर चढ़कर झंडा फहराया और “भारत माता की जय” जैसे नारे लगाए। मनेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सालार मसूद गाजी एक आक्रांता था, जिसने हिंदुओं का नरसंहार किया था। उसका कोई धार्मिक महत्व प्रयागराज की भूमि पर नहीं होना चाहिए। इसलिए वे चाहते हैं कि दरगाह को जल्द से जल्द ध्वस्त किया जाए।
प्रशासन को पहले ही दिया गया था ज्ञापन
हंगामे से कुछ दिन पहले ही सुहेलदेव सम्मान सुरक्षा मंच के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा था। इसमें मांग की गई थी कि सिकंदरा में स्थित सालार मसूद की मजार को अवैध घोषित किया जाए। संगठन का आरोप है कि वहां पहले शिव मंदिर था जिसे हटाकर मजार बना दी गई।
पुलिस ने किया हस्तक्षेप
हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दरगाह पर लगाए गए भगवा झंडों को हटवाया। हालांकि पुलिस के आने से पहले ही झंडा लगाने वाले युवक मौके से फरार हो गए थे।
इस मामले को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
दरगाह पर प्रशासन ने पहले ही लगाया था ताला
इससे पहले भी दरगाह को लेकर विवाद सामने आ चुका है। 24 मार्च को जिला प्रशासन ने एहतियातन दरगाह के मुख्य द्वार पर ताला लगवा दिया था ताकि किसी भी तरह की अशांति न फैले। लेकिन रामनवमी पर दोबारा विवाद भड़क उठा।
संगठन की मांगें और बयान
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दरगाह को अवैध करार दिया जाए
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शिव मंदिर को दोबारा स्थापित किया जाए
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सालार मसूद को इतिहास से हटाया जाए
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देश में किसी भी आक्रांता की निशानी नहीं रहनी चाहिए
मनेंद्र प्रताप ने साफ कहा कि “जिसने हमारी संस्कृति को रौंदा उस पर पूजा नहीं होनी चाहिए।”