दिवाली से पहले टैक्स में मिल सकती है बड़ी राहत: GST सुधार से आम आदमी, किसान और व्यापारियों को होगा सीधा फायदा

punjabkesari.in Wednesday, Aug 20, 2025 - 11:26 PM (IST)

नई दिल्लीः देश के आम लोगों, किसानों, मध्यम वर्ग और छोटे व्यापारियों के लिए बड़ी राहत की खबर सामने आई है। केंद्र सरकार दिवाली से पहले गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) व्यवस्था में बड़े सुधारों की तैयारी कर रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में संकेत दिए कि नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स पर तेजी से काम किया जा रहा है, जिससे टैक्स सिस्टम को और सरल, पारदर्शी और लोगों के लिए लाभकारी बनाया जा सके।

क्या होंगे नए GST सुधार के प्रमुख बिंदु?

वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार तीन मुख्य स्तंभों पर आधारित जीएसटी सुधार लागू करने की दिशा में काम कर रही है:

  1. सिंपल और तर्कसंगत टैक्स स्लैब: मौजूदा टैक्स ढांचे में 5%, 12%, 18% और 28% की दरें लागू हैं, जिससे भ्रम और जटिलता पैदा होती है। नई योजना के तहत, अधिकांश वस्तुओं और सेवाओं को केवल 5% और 18% के दो स्लैब में डाला जाएगा, जिससे टैक्स प्रणाली अधिक सहज और पारदर्शी होगी।

  2. कृषि और MSME सेक्टर को राहत: सरकार ऐसे कृषि उपकरणों, इनपुट्स और छोटे उद्योगों से जुड़ी वस्तुओं को कम टैक्स स्लैब में लाने की योजना बना रही है। इससे किसानों को खेती के सामान में और MSMEs को उत्पादन लागत में सीधी राहत मिलेगी।

  3. उपभोक्ताओं के लिए जरूरी सामान होंगे सस्ते: मध्यम वर्ग के लिए राहत देते हुए सरकार रोज़मर्रा की वस्तुओं जैसे कि घरेलू उपकरण, पंखे, मिक्सर, किचन गैजेट्स, इंश्योरेंस प्रीमियम, मेडिकल सेवाएं आदि पर टैक्स घटाने की दिशा में कदम उठा रही है। इससे मध्यमवर्गीय परिवारों की जेब पर बोझ कम होगा।

किन्हें मिलेगा सबसे ज़्यादा फायदा?

  • किसान: कीटनाशक, बीज, सिंचाई उपकरण जैसे कृषि इनपुट सस्ते होंगे।

  • MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग): कच्चा माल और मशीनरी सस्ती होने से उत्पादन लागत घटेगी।

  • मिडिल क्लास: जरूरी घरेलू सामान, मेडिकल खर्च और बीमा सेवाएं सस्ती होने से मासिक बजट पर राहत मिलेगी।

  • टैक्सपेयर्स: टैक्स स्लैब कम और सरल होने से रिटर्न फाइल करना आसान होगा और कंप्लायंस का बोझ घटेगा।

GST सिस्टम में आने वाला है तकनीकी बदलाव

वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, टैक्स भुगतान और रिफंड प्रक्रिया को अधिक डिजिटल और ऑटोमेटेड बनाया जा रहा है। AI आधारित सिस्टम से टैक्स चोरी रोकने में मदद मिलेगी और ई-इनवॉयसिंग, ई-वे बिल और रियल टाइम डेटा मॉनिटरिंग के जरिए टैक्स प्रशासन अधिक मजबूत होगा।

कब से लागू हो सकते हैं ये बदलाव?

सूत्रों के अनुसार, ये प्रस्तावित बदलाव दिवाली से पहले GST काउंसिल की अगली बैठक में औपचारिक रूप से पेश किए जा सकते हैं। बैठक में सहमति बनते ही इन्हें चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।


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Content Writer

Pardeep

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