Post Office Scheme: Wife के साथ मिलकर कर दें बस यह छोटा निवेश, हर 3 महीने अकाउंट में आएंगे पूरे ₹45,100

punjabkesari.in Friday, Nov 28, 2025 - 11:35 AM (IST)

नेशनल डेस्क। सेवानिवृत्ति (Retirement) के बाद नियमित आय (Regular Income) बंद हो जाने से अक्सर लोगों को अपने खर्चों को पूरा करने की चिंता सताती है लेकिन अब भारतीय डाक विभाग (Post Office) की एक बेहतरीन योजना इस चिंता को दूर कर सकती है। यह स्कीम डाकघर की योजनाओं में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली मानी जाती है जिससे आप रिटायरमेंट के बाद भी एक निश्चित मासिक आय कमा सकते हैं। हम बात कर रहे हैं सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) की। यह योजना विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। यदि पति और पत्नी दोनों मिलकर ₹22 लाख (प्रत्येक ₹11 लाख) का एकमुश्त निवेश करते हैं तो उन्हें हर तीन महीने में ₹45,100 का ब्याज मिलेगा

 

SCSS की मुख्य विशेषताएं (Key Features)

विवरण जानकारी
वर्तमान ब्याज दर 8.2% सालाना (सबसे ज्यादा)
आय का प्रकार तिमाही (हर 3 महीने में) ब्याज का भुगतान
निवेश का तरीका एकमुश्त (Lumpsum) जमा
न्यूनतम निवेश ₹1,000
अधिकतम निवेश सीमा ₹30 लाख
टैक्स लाभ आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत छूट
मैच्योरिटी अवधि 5 साल (3 साल तक बढ़ाने का विकल्प)

 

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कौन खोल सकता है यह खाता?

यह योजना विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए है लेकिन कुछ वर्गों को उम्र में छूट दी गई है:

  1. सामान्य वरिष्ठ नागरिक: 60 साल या उससे अधिक उम्र के व्यक्ति।

  2. वीआरएस (VRS) लेने वाले सिविलियन कर्मचारी: 55 साल से अधिक और 60 साल से कम उम्र के रिटायर कर्मचारी जो रिटायरमेंट लाभ मिलने के एक महीने के अंदर खाता खोल सकते हैं।

  3. रक्षा क्षेत्र (Defence Sector) के कर्मचारी: 50 साल से अधिक और 60 साल से कम उम्र के रिटायर कर्मचारी।

  4. संयुक्त खाता (Joint Account): पति और पत्नी दोनों मिलकर भी यह खाता खुलवा सकते हैं।

 

बड़ा रिटर्न: ₹22 लाख निवेश पर हर माह ₹15,000

यह स्कीम रिटायरमेंट के बाद छोटी-मोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए एक शानदार विकल्प है। यदि पति और पत्नी मिलकर इस योजना में निवेश करते हैं तो लाभ और बढ़ जाता है।

उदाहरण के लिए:

यदि पति और पत्नी दोनों मिलकर ₹22 लाख (प्रत्येक ₹11 लाख) का एकमुश्त निवेश करते हैं तो उन्हें हर तीन महीने में ₹45,100 का ब्याज मिलेगा। इसका मतलब है कि उन्हें औसतन हर महीने लगभग ₹15,000 की आय प्राप्त होगी। इस तरह 5 साल की मैच्योरिटी अवधि में दंपति कुल ₹9,02,000 का ब्याज कमा लेंगे। 5 साल पूरे होने पर उनके निवेश किए गए ₹22 लाख उन्हें वापस मिल जाएंगे। इस मूलधन को वे फिर से निवेश करके आय का सिलसिला जारी रख सकते हैं।

 

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प्री-मैच्योरिटी और क्लोजर नियम

खाताधारक इसे मैच्योरिटी से पहले भी बंद करा सकते हैं लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें हैं:

  • 1 साल से पहले बंद करने पर: कोई ब्याज नहीं मिलेगा। अगर ब्याज मिल चुका है तो वह मूलधन से काट लिया जाएगा।

  • 1 साल बाद पर 2 साल से पहले बंद करने पर: मूलधन का 1.5% काट लिया जाएगा।

  • 2 साल बाद पर 5 साल से पहले बंद करने पर: मूलधन का 1% काट लिया जाएगा।

  • अवधि बढ़ाने (Extended Account) के बाद: एक्सटेंडेड अकाउंट को 1 साल के बाद बंद करने पर कोई पैसा नहीं काटा जाएगा।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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