'मैंने ईरान का नमक खाया है', इजराइल जंग में फंसे भोपाल के छात्र ने भारत लौटने से किया इनकार

punjabkesari.in Wednesday, Jun 25, 2025 - 06:01 AM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत ने युद्धरत ईरान और इजराइल से मंगलवार को अपने 1,100 से अधिक नागरिकों को निकाला। इसी के साथ भारतीयों को इन दोनों देशों से सुरक्षित निकालने के लिए शुरू किये गए ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत अबतक 3,170 लोगों को सुरक्षित वापस लाया गया है। विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी। 

लेकिन इन सबके बीच भोपाल के 30 वर्षीय अबरार अली और एक अन्य छात्र ने घर लौटने से मना कर दिया है। अबरार अली ने बताया कि वह पिछले चार साल से ईरान में पढ़ाई कर रहा है और “मैंने यहां का नमक खाया है”, इसलिए युद्ध जैसी स्थिति में देश नहीं छोड़ना चाहता। उसे इस बात की चिंता है कि लौटने पर स्थानीय लोग क्या सोचेंगे। 


न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अबरार की मां शाहनूर बेगम ने कहा, “मेरा बेटा अबरार अली ईरान में फंसा हुआ है. वह पिछले चार साल से वहां पढ़ाई कर रहा है, लेकिन इस संघर्ष के शुरू के बाद जब हमने उसे वापस आने के लिए कहा तो उसने कहा कि वह अभी वापस नहीं आना चाहते हैं, ऐसे युद्ध के हालात में यहां से जाने पर ईरान की जनता उनके बारे में क्या सोचेगी?'

‘मैंने यहां का नमक खाया है’
अबरार की मां ने ANI से कहा, “अबरार ने कहा है कि मैंने ईरान का नगमक खाया है. मैं ऐस नहीं जाऊंगा. उसने कहा कि वह ईरान के प्रति वफादारी रखता है, फिलहाल वह वापस नहीं आना चाहता है, लेकिन मैं उसकी मां हूं और मुझे चिंता हो रही है. मैं उसकी सलामती के लिए दुआ कर रही हूं. अबरार ने कहा है कि उसका ठिकाना सुरक्षित है और विस्फोट वाली जगह से काफी दूर है.”


अबरार के परिवार के एक सदस्य आबिद अली ने कहा कि अबरार ईरान में मौलाना मौलवियत से जुड़ा पांच साल का कोर्स करने ईरान गया था। उसकी पढ़ाई के चार साल पूरे हो चुके हैं और सिर्फ एक आखिरी साल बाकी है। इस बीच अबरार ने भी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक अपील की है।

अबरार ने कहा, “मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि पीएम मोदी का दुनिया में खूब बोलबाला है। उनकी ख्याति पूरी दुनिया में है. ऐसे में अगर वे चाहें तो इस युद्ध को रोक सकते हैं। इसलिए मैं पीएम मोदी से अपील करता हूं कि किसी तरह से इस युद्ध को रोका जाए।”


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Content Writer

Pardeep

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