शरीर में Vitamin-C की मात्रा ज़्यादा होने से क्या किडनी को हो सकता है नुकसान? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
punjabkesari.in Friday, Oct 31, 2025 - 05:38 PM (IST)
नेशनल डेस्क: किडनी हमारे शरीर का वह अहम अंग है, जो खून को फ़िल्टर करने और शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने का काम करता है। यह हमारे शरीर को डिटॉक्स रखती है. लेकिन पिछले कुछ सालों में किडनी से जुड़ी बीमारियों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इसके पीछे की वजहें हैं खराब खान-पान, गलत लाइफस्टाइल और कुछ ऐसी आदतें जिन्हें लोग फायदेमंद समझते हैं, जैसे कि विटामिन-C सप्लीमेंट्स का ज़्यादा सेवन करना।
क्यों बढ़ी विटामिन-C की डिमांड?
कोरोना महामारी के दौरान लोगों में इम्यूनिटी बढ़ाने की जागरूकता तेजी से बढ़ी. इस दौरान विटामिन-C को लेकर लोगों में एक तरह का क्रेज़ देखने को मिला। कई लोगों ने इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए विटामिन-C की गोलियां लगातार खानी शुरू कर दीं. जबकि वास्तव में नींबू, आंवला, संतरा, कीवी, और अमरूद जैसे प्राकृतिक स्रोत इस कमी को दूर करने के लिए पर्याप्त थे। लेकिन सप्लीमेंट्स का अत्यधिक सेवन करने से शरीर में विटामिन-C की मात्रा बहुत अधिक बढ़ गई, जिससे किडनी से जुड़ी समस्याएं बढ़ने लगीं।
क्या सच में विटामिन-C से किडनी खराब होती है?
अत्यधिक मात्रा में विटामिन-C का सेवन किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। क्यूरिएस नामक मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कोविड महामारी के बाद कई लोगों में किडनी की बीमारियां बढ़ीं, जिनका एक कारण विटामिन-C सप्लीमेंट्स का ज्यादा सेवन पाया गया। खासतौर पर पुरुषों में किडनी फेलियर और किडनी स्टोन के मामले अधिक सामने आए. ये स्टोन्स न सिर्फ दर्दनाक होते हैं बल्कि इलाज में भी लंबा समय लेते हैं।
डॉक्टरों की राय क्या है?
डॉ. सूद का कहना है कि शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन-C का सेवन सही है, लेकिन हर व्यक्ति की शारीरिक ज़रूरतें अलग होती हैं। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी सप्लीमेंट को लेना खतरनाक हो सकता है। डॉक्टर के परामर्श और निगरानी में ही दवा या सप्लीमेंट लेना सुरक्षित होता है।
ज्यादा विटामिन-C से हो सकती हैं ये बीमारियां
किडनी स्टोन और फेलियर – शरीर में विटामिन-C की अधिकता सबसे पहले किडनी पर असर डालती है। इससे स्टोन बनने और किडनी फेलियर की संभावना बढ़ जाती है।
आयरन ओवरलोड – विटामिन-C की अधिकता शरीर में आयरन के अवशोषण को भी बढ़ा देती है, जिससे आयरन ओवरलोड की स्थिति बन जाती है. यह दिल और लिवर जैसे अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है।
नींद से जुड़ी समस्या – अधिक विटामिन-C के कारण नींद की गुणवत्ता प्रभावित होती है और अनिद्रा की दिक्कत बढ़ सकती है।
अन्य दुष्प्रभाव – स्किन रैश, पाचन संबंधी परेशानी और दांतों की संवेदनशीलता जैसी समस्याएं भी सामने आ सकती हैं।
