राहुल गांधी को सताई बहन की चिंता, बाइक राइड से पहले बोले- प्रियंका दीदी के लिए हेलमेट है ना...., Video Viral
punjabkesari.in Thursday, Aug 28, 2025 - 02:35 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बिहार में इन दिनों 'वोटर अधिकार यात्रा' निकाली जा रही है, जिसने राज्य की राजनीति को गरमा दिया है। विपक्षी दल खासकर कांग्रेस और राजद, चुनाव आयोग पर मतदाता सूची में 'हेरफेर' करने और सरकार पर 'वोट चोरी' का आरोप लगा रहे हैं। इस यात्रा का नेतृत्व राहुल गांधी और तेजस्वी यादव कर रहे हैं, और इसमें प्रियंका गांधी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन जैसे बड़े नेता भी शामिल हुए हैं।
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राहुल गांधी की बाइक राइड और प्रियंका के लिए सुरक्षा चिंता
'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान राहुल गांधी ने बुलेट बाइक चलाई, जिसमें उनकी बहन प्रियंका गांधी पीछे बैठी थीं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। बाइक पर बैठने से पहले राहुल गांधी ने प्रियंका के लिए हेलमेट की व्यवस्था सुनिश्चित की, जो ट्रैफिक नियमों के लिए भी जरूरी है। यात्रा के दौरान उन्होंने प्रियंका को अपनी कमर को मजबूती से पकड़ने के लिए कहा, जो भाई-बहन के बीच की स्वाभाविक चिंता को दर्शाता है।
SIR विवाद पर चुनाव आयोग की सफाई
बिहार में चल रहे 'स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन' (SIR) यानी विशेष गहन संशोधन अभियान का विपक्षी दल बड़े पैमाने पर विरोध कर रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि इस प्रक्रिया के जरिए मतदाता सूची में धांधली की जा रही है। इस विवाद पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने विपक्ष के आरोपों का करारा जवाब दिया है। उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए पूछा कि क्या वे चाहते हैं कि मृत मतदाताओं को वोट डालने की अनुमति दी जाए? यह बयान बताता है कि चुनाव आयोग मतदाता सूची को साफ-सुथरा बनाने के लिए काम कर रहा है।
सीएम स्टालिन भी हुए शामिल, विपक्ष हुआ एकजुट
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी मुजफ्फरपुर में आयोजित एक जनसभा में शामिल हुए, जहां उन्होंने लोगों को संबोधित किया। इससे पहले भी राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पूर्णिया जिले में मोटरसाइकिल रैली निकाल चुके हैं। राहुल गांधी ने अपने भाषणों में भाजपा और चुनाव आयोग पर हमला करते हुए कहा है कि लोगों को संविधान और अपने मताधिकार की रक्षा करनी चाहिए।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह 'वोटर अधिकार यात्रा' राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण हो गई है, क्योंकि इसके माध्यम से विपक्ष एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रहा है।