भारत के चावल निर्यात पर बैन से घबराए अमेरिका में बसे भारतीय, शापिंग मॉल में मची लूट (Video)
punjabkesari.in Saturday, Jul 22, 2023 - 03:11 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: संयुक्त राष्ट्र के अनुरोध के बावजूद रूस ने यूक्रेन को अनाज निर्यात व काला सागर डील कैंसिल कर दी जिस का असर अब पूरी दुनिया पर दिखने लगा है। इसी कड़ी में भारत ने चावल का निर्यात बैन कर दिया है। भारत सरकार द्वारा गैर-बासमती चावल को बैन करने के ऐलान के बाद विदेशों में हड़कंप मच गया है। खासकर अमेरिका औऱ कनाडा में बसे भारतीय इस बैन से अधिक प्रभावित नजर आ रहे हैं। अमेरिका में बसे भारतीय चावलों पर बैन से इतना घबरा गए कि उन्होंने काम से छुट्टियां लेकर चावल की जमाखोरी शुरू कर दी है।
People in USA going crazy to buy rice bags after the ban on rice export from India. 😂 #ban #rice #india #USA pic.twitter.com/0s9bB2Fkiy
— YouTuberLens (@YouTuberLens) July 21, 2023
सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें साफ नजर आ रहा है कि शॉपिंग मॉल में चावल की लूट मच गई है। भारतीय कई-कई बोरी चावल खरीदकर घर ले जा रहे हैं। इसी के चलते अमेरिका में बासमती की कीमतें दोगुनी हो गईं हैं। चावल निर्यात बंद करने के बाद अमेरिका में भारतीय चावल का स्टॉक करने के लिए दौड़ पड़े हैं। अमेरिका की दुकानों पर भारतीय सोना मसूरी चावल की कीमतों में कई गुना इजाफा हो गया है। कुछ दिनों पहले ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में भी कहा गया था कि भारत सरकार चावल की अधिकांश किस्मों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है।
गुरुवार को भारत के विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) की तरफ से कहा गया है कि भारत सरकार ने गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। विभाग का कहना है कि गैर-बासमती सफेद चावल की निर्यात नीति को प्रतिबंधित कर दिया गया है। हालांकि भारत इस चावल की खेप को कुछ शर्तों के तहत निर्यात करने की अनुमति देगा जैसे कि इस अधिसूचना से पहले जहाज पर इस चावल की लोडिंग शुरू हो गई है। भारत सरकार का यह फैसला माना जा रहा है कि रूस के तरफ से काला सागर अनाज सौदा कैंसिल करने की वजह से आया है।
डीजीएफटी की अधिसूचना के बाद पूरी दुनिया के बाजारों में घबराहट की स्थिति है लेकिन अमेरिका में हालात थोड़े ज्यादा मुश्किल नजर आ रहे हैं। यहां पर बसे बहुत से भारतीय, प्रतिबंध खत्म होने तक चावल की बोरियों का स्टॉक करने के लिए भारतीय दुकानों और कॉस्टको में पहुंच गए। इसके बाद कई भारतीय दुकानों पर 'एक व्यक्ति एक बोरी' वाला नियम लागू करना पड़ा। वहीं, कई दुकानों पर कीमतों में 32 डॉलर से 47 डॉलर तक का इजाफा हुआ है। जबकि पहले यह आंकड़ा 22 डॉलर तक ही था।