खौफनाक हमला: बस यात्रियों को उतारकर पहचान के आधार पर 9 लोगों की हत्या, बाकी यात्रियों को छोड़ा, भारत के पड़ोसी देश में फिर दहशत
punjabkesari.in Friday, Jul 11, 2025 - 10:08 AM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक बार फिर खूनी आतंक ने आम नागरिकों को निशाना बनाया है। उत्तरी बलूचिस्तान के झोब जिले के पास एक यात्री बस पर हथियारबंद हमलावरों ने धावा बोलकर 9 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि यात्रियों की पहचान करने के बाद चुनकर हत्याएं की गईं। यह हमला न सिर्फ प्रांत की शांति व्यवस्था पर हमला है, बल्कि इसे एक सुनियोजित आतंकवादी साजिश माना जा रहा है।
कैसे हुआ हमला?
जानकारी के मुताबिक, यह बस क्वेटा से लाहौर की ओर जा रही थी। रास्ते में झोब जिले के पास अज्ञात हमलावरों ने बस को रोका और यात्रियों को बाहर निकालकर उनकी पहचान जांचने लगे। जांच के बाद, उनमें से 9 लोगों को अलग कर गोली मार दी गई। बाकी यात्रियों को छोड़ दिया गया। हमले के तुरंत बाद सुरक्षाबलों और स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मोर्चा संभाला, लेकिन तब तक हमलावर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो चुके थे। शवों को पास के बारखान जिले के रेखनी अस्पताल पहुंचाया गया है।
मुख्यमंत्री का बयान: यह खुला आतंकवाद है
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर सरफराज बुगती ने इस जघन्य वारदात को 'खुला आतंकवाद' करार देते हुए गंभीर चिंता जताई है। बुगती के मुताबिक, हत्याएं केवल इसलिए की गईं क्योंकि पीड़ित पाकिस्तानी नागरिक थे। उन्होंने कहा, आतंकियों ने एक बार फिर कायरता दिखाई है। मासूमों का खून व्यर्थ नहीं जाएगा, इसका जवाब निर्णायक होगा।
आतंकियों की तलाश जारी
झोब के डिप्टी कमिश्नर नावेद आलम ने पुष्टि की है कि सभी पीड़ितों को पहले अगवा किया गया और फिर पास के इलाके में ले जाकर गोली मार दी गई। फिलहाल, सुरक्षाबलों की टीमें पूरे इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चला रही हैं। अभी तक किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन संदेह बलूच उग्रवादी संगठनों पर जा रहा है।
कई और हमले नाकाम
इस हमले के अलावा, बलूचिस्तान के अन्य हिस्सों-क्वेटा, लोरालाई और मस्तुंग-में भी आतंकियों ने कई मोर्चों पर हमले करने की कोशिश की। हालांकि, बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने दावा किया कि सुरक्षाबलों ने इन हमलों को विफल कर दिया। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, चरमपंथियों ने रात के अंधेरे में कई जगहों पर सरकारी प्रतिष्ठानों, सुरक्षा चौकियों, थानों, बैंकों और टेलीकॉम टावरों को निशाना बनाने की कोशिश की। लेकिन सुरक्षा बलों की तत्परता के चलते वे अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाए।