Bharat Bandh 9 जुलाई: बैंक खुलेंगे या नहीं? घर से निकलने से पहले पढ़ लें पूरी खबर
punjabkesari.in Tuesday, Jul 08, 2025 - 03:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: 9 जुलाई यानी मंगलवार को देशभर में 'भारत बंद' का ऐलान किया गया है। इस बंद को देश की 10 बड़ी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने बुलाया है और इसके समर्थन में किसान संगठनों, ग्रामीण श्रमिकों और कई अन्य क्षेत्रों के कर्मचारी भी शामिल होंगे। बंद का मकसद सरकार की उन नीतियों का विरोध करना है जिनसे ट्रेड यूनियनों के अनुसार कॉर्पोरेट कंपनियों को फायदा और मजदूरों को नुकसान हो रहा है।
कौन-कौन सी यूनियन शामिल हैं भारत बंद में?
इस बंद को देश की सबसे बड़ी और प्रभावशाली ट्रेड यूनियनों का समर्थन प्राप्त है। इनमें शामिल हैं:
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भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC)
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अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC)
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हिंद मजदूर सभा (HMS)
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भारतीय ट्रेड यूनियनों का केंद्र (CITU)
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अखिल भारतीय संयुक्त ट्रेड यूनियन केंद्र (AIUTUC)
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ट्रेड यूनियन समन्वय केंद्र (TUCC)
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स्व-नियोजित महिला संघ (SEWA)
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अखिल भारतीय केंद्रीय ट्रेड यूनियन परिषद (AICCTU)
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श्रम प्रगतिशील महासंघ (LPF)
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संयुक्त ट्रेड यूनियन कांग्रेस (UTUC)
इन सभी यूनियनों का कहना है कि मौजूदा सरकार की नीतियां श्रमिक हितों के खिलाफ हैं और निजीकरण को बढ़ावा देती हैं जिससे रोज़गार और काम के हालात प्रभावित हो रहे हैं।
कौन-कौन सी सेवाएं होंगी प्रभावित?
इस बंद का असर कई जरूरी सेवाओं पर पड़ सकता है। अगर आप 9 जुलाई को कोई जरूरी काम निपटाने की सोच रहे हैं तो पहले जान लें कि किन-किन क्षेत्रों में हड़ताल का असर पड़ सकता है:
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बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं:
बैंक आधिकारिक रूप से खुले रहेंगे क्योंकि यह RBI द्वारा घोषित अवकाश नहीं है। लेकिन यूनियनों के बंद में बैंक कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं जिससे कामकाज और ग्राहक सेवाएं बाधित हो सकती हैं। -
बीमा और डाक सेवाएं:
बीमा कंपनियों और डाक विभाग की सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं। विशेषकर ग्रामीण इलाकों में इसका ज्यादा असर देखा जा सकता है। -
सरकारी कार्यालय:
केंद्र और राज्य सरकार के कई विभागों में कामकाज ठप रहने की आशंका है। कर्मचारियों की भागीदारी के चलते कई दफ्तरों में उपस्थिति कम रह सकती है। -
हाईवे और निर्माण क्षेत्र:
सड़क निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्गों और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से जुड़े मजदूर बंद में शामिल हो सकते हैं। -
खनिज और स्टील क्षेत्र:
NMDC और अन्य सरकारी खनिज कंपनियों के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल होंगे। इससे कोयला खनन और स्टील उत्पादन जैसी गतिविधियां रुक सकती हैं। -
ट्रांसपोर्ट सेवाएं:
रीजनल ट्रांसपोर्ट नेटवर्क, विशेषकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट, आंशिक रूप से प्रभावित हो सकता है। कुछ क्षेत्रों में बस या ट्रक यूनियनें भी समर्थन दे सकती हैं।
क्या बैंक बंद रहेंगे? क्या शेयर बाजार खुलेगा?
इस सवाल का जवाब थोड़ा स्पष्ट और थोड़ा सतर्कता भरा है।
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बैंक खुलने की संभावना है:
चूंकि 9 जुलाई को कोई आधिकारिक बैंक अवकाश नहीं है और RBI की छुट्टियों की लिस्ट में यह दिन शामिल नहीं है, इसलिए बैंक खुले रहेंगे। लेकिन ट्रेड यूनियनों के आह्वान और कुछ बैंक कर्मचारी संगठनों के समर्थन के चलते ग्राहक सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। इसलिए अगर आपको बैंक से कोई जरूरी काम है, तो ब्रांच में कॉल कर कन्फर्म जरूर करें। -
शेयर बाजार पर कोई असर नहीं:
भारत बंद का शेयर बाजार पर कोई सीधा असर नहीं होगा। BSE और NSE दोनों में सामान्य तरीके से कारोबार होगा।
भारत बंद का कारण क्या है?
ट्रेड यूनियनों का आरोप है कि केंद्र सरकार की नीतियां मजदूरों के खिलाफ हैं और निजीकरण को बढ़ावा देती हैं। उनका कहना है कि:
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सरकारी कंपनियों को धीरे-धीरे निजी हाथों में सौंपा जा रहा है।
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श्रमिकों के अधिकार और सुविधाएं कम की जा रही हैं।
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रोजगार के अवसर घटते जा रहे हैं।
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संविदा आधारित रोजगार बढ़ रहा है।
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किसानों और मजदूरों की अनदेखी हो रही है।
इन्हीं मुद्दों को लेकर ट्रेड यूनियनों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने और भारत बंद का आह्वान किया है।
आप क्या करें? बाहर निकलने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
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अगर 9 जुलाई को बैंक जाना है, तो पहले अपनी ब्रांच से संपर्क कर लें।
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जरूरी लेन-देन नेट बैंकिंग या UPI से निपटा लें।
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यदि डाक, बीमा या किसी सरकारी दफ्तर का काम है, तो उसे एक दिन टालना बेहतर हो सकता है।
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ट्रैफिक और ट्रांसपोर्ट संबंधी अपडेट्स पर नजर रखें।
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संवेदनशील इलाकों में यात्रा से बचें।
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अपने बच्चों की स्कूल बस या ट्रांसपोर्ट की जानकारी समय पर ले लें।