9 क्षेत्र भारत के वैश्विक विकास मानचित्र को नया स्वरूप देंगे, 738 बिलियन डॉलर की संभावना

punjabkesari.in Monday, Jun 30, 2025 - 05:55 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मैकिन्से एंड कंपनी की नई रिपोर्ट के अनुसार, भारत आने वाले सालों में 9 बड़े तकनीकी और औद्योगिक क्षेत्रों में तेज़ तरक्की करके 2030 तक $588 से $738 अरब डॉलर तक का राजस्व कमा सकता है। यह 2023 के मुकाबले करीब साढ़े तीन गुना ज़्यादा होगा, जब ये राजस्व $164 से $206 अरब डॉलर के बीच था।

इन 9 क्षेत्रों में भारत की खास ताकत और तेजी से बढ़ता निवेश 

ई-कॉमर्स, सेमीकंडक्टर, क्लाउड सेवाएं, साइबर सुरक्षा, इलेक्ट्रिक वाहन और बैटरी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) सॉफ्टवेयर और सेवाएं, अंतरिक्ष क्षेत्र, परमाणु विखंडन (Nuclear Fission), रोबोटिक्स। इन क्षेत्रों को इसलिए चुना गया क्योंकि यहां या तो पेटेंट गतिविधियां दोगुनी हो रही हैं या R&D में निवेश राष्ट्रीय औसत से दोगुना है।

ई-कॉमर्स से सबसे ज़्यादा कमाई की उम्मीद

  • ई-कॉमर्स क्षेत्र 2023 में $60-70 अरब डॉलर का था, जो 2030 तक $240-300 अरब हो सकता है- यानी चार गुना वृद्धि।
  • अभी भारत की कुल खुदरा बिक्री में ई-कॉमर्स का हिस्सा 7-9% है, जो 2030 तक 15-17% हो सकता है।
  • अकेले ई-कॉमर्स ही 2030 तक इन 9 क्षेत्रों की कुल कमाई का 40% देगा।

सेमीकंडक्टर और EV में जबरदस्त ग्रोथ

  • भारत में सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट अब ज़मीन पर उतरने लगे हैं। इसका राजस्व 2023 में $40-45 अरब था, जो 2030 तक $100-120 अरब तक हो सकता है।
  • इलेक्ट्रिक वाहनों और बैटरियों का बाजार भी तेज़ी से बढ़ रहा है। 2030 तक इसका राजस्व $40-60 अरब तक पहुंच सकता है- यानी 6 से 8 गुना उछाल।

AI और क्लाउड बनेंगे विकास की रीढ़

  • AI सॉफ्टवेयर और सेवाएं भारत में तेज़ी से फैल रही हैं। 2030 तक इसका बाजार 5 से 8 गुना बढ़ सकता है।
  • क्लाउड सर्विसेस भी डेटा मांग के कारण तेज़ी से बढ़ेंगी और इनसे जुड़ी कमाई $70-80 अरब तक हो सकती है- यानी 4 से 5 गुना इज़ाफा।

अन्य क्षेत्रों में भी छुपी है बड़ी ताकत

  • परमाणु विखंडन और अंतरिक्ष क्षेत्र में भी बड़ी संभावनाएं हैं।
  • इनसे होने वाली कमाई 2030 तक 4 से 5 गुना बढ़ सकती है।

इन क्षेत्रों में R&D पर सबसे ज़्यादा खर्च हो रहा

  • परमाणु में कुल राजस्व का 8-10%
  • अंतरिक्ष में करीब 4%, जबकि उद्योग का औसत 2% ही होता है।

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News Editor

Parveen Kumar

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