बेटियों के लिए गजब की योजना: 10वीं तक हर क्लास के लिए मिलेगें पैसे, स्कीम का ऐसे उठाएं लाभ
punjabkesari.in Sunday, Nov 09, 2025 - 04:36 PM (IST)
नेशनल डेस्क: केंद्र सरकार देश की बेटियों को आत्मनिर्भर और शिक्षित बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। जहां एक ओर ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ बचत और निवेश का बेहतर विकल्प मानी जाती है, वहीं दूसरी ओर एक और महत्वपूर्ण योजना ‘बालिका समृद्धि योजना’ (Balika Samridhi Yojana) भी है, जो बेटी के जन्म के साथ ही परिवार को आर्थिक सहायता देना शुरू करती है और उसकी पढ़ाई के हर चरण में मदद सुनिश्चित करती है।
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से जुड़ी योजना
‘बालिका समृद्धि योजना’ ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत संचालित की जाती है। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है। इसका मुख्य उद्देश्य दोहरा है — पहला, समाज में बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करना ताकि उन्हें बोझ न समझा जाए, और दूसरा, यह सुनिश्चित करना कि पैसों की कमी के कारण किसी भी बच्ची की शिक्षा बाधित न हो और उसे बाल विवाह जैसी कुरीतियों का सामना न करना पड़े।
‘बालिका समृद्धि योजना’ कोई नई योजना नहीं है। इसे केंद्र सरकार ने वर्ष 1997 में शुरू किया था। इस योजना का लक्ष्य समाज में बालिकाओं के जन्म के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा करना और उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना था।
कैसे मिलती है आर्थिक सहायता
इस योजना के तहत सरकार दो स्तरों पर आर्थिक मदद देती है —
बेटी के जन्म के समय: मां को एकमुश्त ₹500 की राशि दी जाती है, ताकि प्रसव के बाद की तत्काल जरूरतों को पूरा किया जा सके।
शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति: बेटी की पढ़ाई शुरू होने के बाद, कक्षा 10 तक हर साल एक निश्चित धनराशि छात्रवृत्ति के रूप में दी जाती है। यह राशि सीधे परिवार के खाते में जमा होती है।
कक्षा 1 से 3 तक: बच्ची की पढ़ाई के लिए हर साल ₹300 की वित्तीय सहायता दी जाती है.
कक्षा 4 में: यह राशि बढ़कर सालाना ₹500 हो जाती है.
कक्षा 5 में: सरकार की ओर से ₹600 की सहायता दी जाती है.
कक्षा 6 और 7 में: इन दोनों कक्षाओं के लिए सालाना ₹700 दिए जाते हैं.
कक्षा 8 में: बच्ची को ₹800 की आर्थिक मदद मिलती है.
कक्षा 9 और 10 में: इन दो महत्वपूर्ण कक्षाओं के लिए सरकार सालाना ₹1000 की छात्रवृत्ति प्रदान करती है.
यह राशि भले ही छोटी लगे, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए बेटी की पढ़ाई, यूनिफॉर्म और किताबों के खर्च में बड़ा सहारा बनती है।
किन्हें मिलता है लाभ
इस योजना का लाभ केवल गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवनयापन करने वाले परिवारों को मिलता है — चाहे वे ग्रामीण हों या शहरी। परिवार के पास BPL कार्ड और बेटी का जन्म प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस योजना का लाभ एक परिवार की केवल दो बेटियों को ही दिया जाएगा। साथ ही, लाभ पाने के लिए बेटी की उम्र 18 साल से कम होनी चाहिए।
आवेदन की प्रक्रिया
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑफलाइन है।
फॉर्म कहां से मिलेगा: नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र, ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिस (BDO) या महिला एवं बाल विकास विभाग से फॉर्म प्राप्त किया जा सकता है।
जरूरी दस्तावेज: बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का आधार कार्ड, BPL राशन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो और बैंक या पोस्ट ऑफिस पासबुक की कॉपी संलग्न करनी होती है।
जमा करने की प्रक्रिया: फॉर्म को पूरी तरह भरकर और सभी दस्तावेज़ लगाकर उसी कार्यालय में जमा करना होता है, जहां से फॉर्म लिया गया था।
