शिलाजीत खाने से बढ़ेगा कैंसर? बाबा रामदेव के दावे पर CEO ब्रायन के बयान ने चौंकाया

punjabkesari.in Wednesday, Feb 19, 2025 - 01:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हाल ही में, योग गुरु बाबा रामदेव और अमेरिका के प्रसिद्ध सीईओ ब्रायन जॉनसन के बीच सोशल मीडिया पर एक दिलचस्प विवाद सामने आया। इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब रामदेव ने अपने ब्रांड के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह घोड़े के साथ दौड़ते हुए दिखाई दे रहे थे। इस वीडियो में रामदेव अपने 'स्वर्ण शिलाजीत' और 'इम्यूनोग्रिट गोल्ड' उत्पादों को प्रमोट कर रहे थे, जिनका दावा है कि ये 'एंटी-एजिंग' (वृद्धावस्था रोकने) के लिए प्रभावी हैं।

ब्रायन जॉनसन ने वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए, एक गंभीर मुद्दे की ओर इशारा किया, जिसे लेकर उनके और रामदेव के बीच विवाद हो गया। जॉनसन ने कहा कि हरिद्वार, जो पतंजलि का मुख्यालय है, की वायु गुणवत्ता इतनी खराब है कि वहां के वातावरण में सांस लेना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। उन्होंने दावा किया कि हरिद्वार में PM 2.5 स्तर 36 µg/m³ है, जो प्रतिदिन 1.6 सिगरेट पीने के बराबर है। इससे हृदय रोग और फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, और यह समय से पहले मृत्यु का कारण भी बन सकता है।

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जॉनसन का आलोचना और रामदेव का जवाब

ब्रायन जॉनसन ने यह टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो, तो घोड़े की तरह दौड़ने का दावा करना और उत्पादों को बढ़ावा देना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। उनका कहना था कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए सिर्फ उत्पादों का सेवन ही पर्याप्त नहीं होता, बल्कि उस स्थान की वायु गुणवत्ता और पर्यावरण भी बहुत महत्वपूर्ण हैं।

इसके कुछ ही समय बाद, जॉनसन ने दावा किया कि उन्हें रामदेव ने ट्विटर (अब एक्स) पर ब्लॉक कर दिया। जॉनसन ने यह भी कहा कि रामदेव ने उनकी टिप्पणी को पचा नहीं पाया और सोशल मीडिया पर ब्लॉक कर दिया। इससे पहले, जॉनसन ने भारत की वायु गुणवत्ता पर कई बार चिंता जताई है, और यह उनका भारत में प्रदूषण पर पहला टकराव नहीं था। पिछले साल, उन्होंने प्रदूषण की वजह से निखिल कामथ के पॉडकास्ट को बीच में छोड़ दिया था, और उसके बाद से वह सोशल मीडिया पर इस विषय पर सक्रिय रूप से पोस्ट करते रहे हैं।

क्या रामदेव के उत्पाद सच में असरदार हैं?

रामदेव का दावा है कि उनके उत्पादों से युवा बने रहने और ताजगी महसूस करने में मदद मिलती है। वह कहते हैं कि अगर आप "घोड़े की तरह दौड़ना" चाहते हैं और जवान बने रहना चाहते हैं, तो इन उत्पादों का सेवन करना चाहिए। लेकिन जॉनसन का कहना था कि सिर्फ उत्पादों के सेवन से स्वास्थ्य नहीं सुधर सकता, खासकर जब हवा इतनी प्रदूषित हो। जॉनसन के मुताबिक, हरिद्वार की खराब वायु गुणवत्ता लोगों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकती है। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति उस वातावरण में लंबे समय तक रहता है, तो उसके लिए स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

सामाजिक मीडिया पर बढ़ता विवाद

यह विवाद सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा का विषय बन गया। जहां एक ओर रामदेव के समर्थक उन्हें सही ठहरा रहे थे, वहीं दूसरी ओर जॉनसन के समर्थक उनके दृष्टिकोण को सही मान रहे थे। जॉनसन के पोस्ट्स और रामदेव के ब्लॉक किए जाने के बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया। यह मामला इस बात को भी उजागर करता है कि सोशल मीडिया पर कभी-कभी व्यक्तिगत मतभेद और सार्वजनिक छवि को लेकर कैसे विवाद खड़े हो जाते हैं। रामदेव और जॉनसन दोनों के पास अपनी-अपनी सच्चाई है, और यह देखने वाली बात होगी कि आगे इस मुद्दे पर क्या प्रतिक्रिया आती है।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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