कभी पुलिस में की थी नौकरी... हाथरस हादसे के आरोपी बाबा पर दर्ज हैं यौन उत्पीड़न के 5 केस
punjabkesari.in Wednesday, Jul 03, 2024 - 05:04 PM (IST)
नेशनल डेस्क: एक दुखद हादसे में, हाथरस के एक सत्संग में भगदड़ मचने से 120 से अधिक लोगों की जान चली गई और 35 से ज्यादा लोग घायल हो गए। घटना के बाद से कथित बाबा, जो खुद को भोले बाबा कहता है, फरार है। इस बाबा पर पहले से ही रेप और यौन उत्पीड़न के कई मामले दर्ज हैं और वह जेल की सजा भी काट चुका है।
यौन उत्पीड़न के मामले
बाबा, जिसका असली नाम सूरज पाल है, पर इटावा, कासगंज, फर्रुखाबाद, दौसा और आगरा में यौन उत्पीड़न के मामले दर्ज हैं। बाबा के साथ सत्संग में अक्सर एक महिला देखी जाती है, जिसे वह अपनी पत्नी बताता है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह महिला उसकी रिश्तेदार है।
#WATCH | Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath arrives in Hathras, to meet those injured in the stampede incident
— ANI (@ANI) July 3, 2024
121 people lost their lives and 28 people were injured in the incident pic.twitter.com/z7VnybRoZv
पुलिस की नौकरी और खुफिया विभाग
नारायण हरि उर्फ सूरज पाल कासगंज का निवासी है और उसने अपने अनुयायियों को बताया कि वह पहले उत्तर प्रदेश पुलिस में दरोगा था और अपनी मर्जी से नौकरी छोड़कर प्रवचन के मार्ग पर चला गया। हालांकि, पुलिस को शक है कि उसे सस्पेंड किया गया था। बाबा के अनुयायियों का कहना है कि उसने खुफिया विभाग में भी सेवा दी थी और 1999 में अपनी मर्जी से रिटायरमेंट ले ली थी।
#WATCH | Hathras Stampede | Uttar Pradesh DGP Prashant Kumar says, "116 people have died in the incident. All things are under investigation and we do not want to affect the process by jumping on to conclusions. The matter will proceed based on the findings of the… pic.twitter.com/1lwFnHKEYv
— ANI (@ANI) July 2, 2024
अनुयायियों की आस्था
बाबा के अनुयायियों की संख्या लाखों में है, खासकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा में। बाबा ने अपने नाम को बदलकर नारायण साकार हरि रख लिया और सत्संग करने लगा। अनुयायियों में बाबा को लेकर गहरी आस्था है, लेकिन इस हादसे के बाद उनकी छवि पर गंभीर सवाल उठ गए हैं।
पुलिस की जांच जारी
हादसे के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और बाबा की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और सभी पीड़ितों को न्याय मिलेगा।