अगर आप भी ATM का इस्तेमाल करते हैं तो हो जाएं सावधान

punjabkesari.in Monday, Apr 01, 2019 - 11:10 AM (IST)

नई दिल्ली: शंकर दयाल उम्र 73 साल, रिटायर्ड सरकारी अधिकारी, इनके खाते में रिटायर्ड होने के बाद से और पेंशन के बाद से 21 लाख रुपए बैंक ऑफ बड़ौदा में थे। और ये एटीएम भी ज्यादा यूज नहीं करते थे। हाल में आरबीआई की बनी गाइडलाइन के तहत इन्हें जनवरी 31 जनवरी को नया एटीएम कार्ड रिसीव हुआ जो चिप वाला था। जिसके तहत इन्हें एटीएम में जाकर नया पिन जनरेट करना था और कुछ अमाउंट भी निकालना जरूरी था। इसी के तहत वे ग्रेटर कैलाश स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम पर पहुंचे और उन्होंने एटीएम से पिन को जनरेट किया और 1000 रुपए की राशि निकाली। वे मोबाइल का मैसेज भी नहीं पढ़ते थे, लेकिन इसी बीच उनके खाते से महज 3 मिनट तीन बार में 75 हजार रुपए निकल गए। 

3 दिनों तक चला ये सिलसिला 
ये सिलसिला 3 दिनों तक चला, जिसके तहत करीब पौने दो लाख उनके खाते से निकल गए। उन्हें इस बात का पता तब चला कि जब वे पासबुक में एंट्री कराने पहुंचे। इसी तरह का वाक्या चितंरजन पार्क के बी ब्लॉक में रहने वाले रिटायर्ड अनिल कुमार के साथ हुआ। उनके खाते से इसी तरह से करीब 4 लाख 72 हजार रुपए 4 दिनों में एटीएम से निकल गए। बस उनका कसूर इतना था कि उन्होंने भी शंकर दयाल की तरह पिन जनरेट किया था। हैरानी इस बात की है कि यह वाक्या भी बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम से हुआ। दोनों बुजुर्ग मौजूदा समय में बैंक से लेकर पुलिस के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन अभी तक न इन्हें पैसे मिले हैं और ना हीं यह पता चल सका है कि इनके फ्रॉड के लिए बैंक जिम्मेदार है या फिर वे खुद। ताजुब की बात है कि इनकी जेब में एटीएम कार्ड था, लेकिन एटीएम से उनके कार्ड के जरिए पैसे निकलते रहे। 

फरवरी में सबसे ज्यादा शिकार हुए लोग
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक राजधानी में नई बने एटीएम कार्ड से पिन जनरेट करने के बाद 3718 शिकायतें आई है, जिसमें अधिकांश वो बुजुर्ग लोग हैं जो पेंशनधारक हैं। बताया जाता है कि इनमें सबसे ज्यादा शिकायतें बैंक ऑफ बड़ौदा और एसबीआई बैंक से है, जिसके संबंध में बैंक को भी पता है, लेकिन इस तरह का फ्रॉड नहीं रुक पा रहा है। 

कार्ड क्लोनिंग से लोगों को लगा रहे चपत
साइबर एक्सपर्ट अनिल कुमार के मुताबिक, आरबीआई की गाइडलाइन के तहत 31 दिसम्बर 2018 तक के सभी एटीएम कार्ड बदलने के आदेश आरबीआई द्वारा दिए गए थे। ये वो कार्ड थे जो बगैर चिप के चल रहे थे। आरबीआई ने इसे इसलिए लागू किया ताकि कार्ड क्लोनिंग और फ्रॉड को रोका जा सके, लेकिन ये फ्रॉड कम होने की जगह और बढ़ गया। उनके मुताबिक चिप वाला कार्ड क्लोन करना बेहद आसान होता है। कभी भी वो कार्ड जिसमें चिप नहीं होती उसे नेट बैंकिंग के जरिए हैक कर क्लोन किया जा सकता है, लेकिन इस कार्ड को एमटीएम मशीन के अंदर ही क्लोन किया जा सकता है। उनके मुताबिक इसके लिए बैंक जिम्मेदार नहीं है, उनके फीचर सेफ हैं, लेकिन एटीएम की वे निजी एजेंसियों के कर्मचारियों ने इसमें सेंध मारी है, जिसके तहत ये फ्रॉड आए दिन होते हैं। 

आखिर कैसे लगती है सेंध
एटीएम चिप के तहत जैसे ही आप पिन को जनरेट करते हैं तो उसमें आपको डिटेल के साथ दो बार पिन को रिपीट करना होता है। जब आप पिन को रिपीट करते हैं तो एटीएम के वो कर्मचारी जो पैसे की लोङ्क्षडग करते हैं वो एक रीङ्क्षडग मशीन के तहत उसे क्लोन करते हैं और आपके एटीएम से पैसे निकालते हैं। अधिकांश एटीएम में अब गार्डों को ड्यूटी से हटा दिया गया है,नतीजतन अब एटीएम में दो तरफ से कैमरे लगे है,जिसके तहत एजेंसी वाले अब कैमरे का मोड कुछ समय के लिए बदल देते हैं और फिर उसके जरिए पिन को देख आपकी चिप की क्लेानिंग कर पैसे का फ्रॉड करते हैं। आरबीआई के तहत एटीएम कार्ड तो अपग्रेड कर दिए गए है,लेकिन मशीनें अपग्रेड नहीं है और उसमें वो सुरक्षात्मक फीचर नहीं डाले गए हैं, जिसके तहत चिप वाले एटीएम कार्ड सेफ रहें। 

जब फ्रॉड हो तो क्या करें?
आरबीआई की गाइडलाइन के तहत अगर आपके अकाउंट या फिर एटीएम से कोई फ्रॉड होता है और आप 48 घंटे में बैंक को सूचना देते है तो बैंक की जिम्मेदारी है कि उस फ्रॉड को रोके । आपके पैसे की देनदारी सुनिश्चित करे। आरबीआई ने कहा है कि आपका पैसा बैंक और इलेक्ट्रॉनिक मोड के तहत निकला तो वे सेफ है। इसके लिए आप आरबीआई की वेबसाइट और हेल्पलाइन की सलाह ले सकते हैं और पुलिस की मदद ले सकते हैं। 

नए एटीएम चिप से फ्रॉड के कुछ आंकड़े

  • दिल्ली पुलिस के पास आई पिन जनरेट होते ही एटीएम से पैसे निकलने के हुए फ्रॉड- 3718
  • एटीएम जेब में और एटीएम से हुई शॉपिंग और खरीदारी की शिकायत- 2713
  • पास में एटीएम भी नहीं और खाते से उड़ा लिए गए पैसे-8127
     

पुलिस की सलाह

  • जब भी बुजुर्ग लोग पिन जनरेट करें तो किसी ऐसे व्यक्ति को ले जाएं जो एटीएम का जानकार हा 
  • बार-बार एटीएम से पैसे निकालने से बाज आएं
  • एटीएम में पैसे निकालते समय कैमरे की तरफ देखें कि क्या कैमरे का मोड उनकी फेस की जगह एटीएम पर तो नहीं है 
  •  फ्रॉड का शिकार होने की स्थिति में बैंक के अलावा तत्काल लोकल पुलिस को शिकायत कराएं और एक कॉपी मेल के जरिए साइबर पुलिस को जरूर दें। 

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Anil dev

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