एन बीरेन सिंह से मिले असम सीएम हेमंत विश्व शर्मा, बोले- गृह मंत्री को मणिपुर की ताजा स्थिति के बारे में बताएंगे

punjabkesari.in Saturday, Jun 10, 2023 - 09:34 PM (IST)

नेशनल डेस्कः असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को मणिपुर के अपने समकक्ष एन बीरेन सिंह से मुलाकात की और कहा कि वह राज्य की मौजूदा स्थिति से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अवगत कराएंगे। मणिपुर की स्थिति पर चर्चा करने के लिए शर्मा सुबह गुवाहाटी से रवाना हुए। पूर्वोत्तर के इस राज्य में जातीय संघर्ष शुरू होने के एक महीने बाद भी छिटपुट हिंसा जारी है।


शर्मा ने कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री (बीरेन सिंह), उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों, हमारी पार्टी के नेताओं और नागरिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। हमारे लिए मणिपुर में शांति और स्थिरता बहुत महत्वपूर्ण है। मुझे जो भी पता चला है, मैं आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए केंद्रीय गृह मंत्री को अवगत कराऊंगा।'' शाह ने स्थिति का जायजा लेने के लिए 29 मई से एक जून तक मणिपुर का दौरा किया था। बैठक में मौजूद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता ने कहा, ‘‘हमने हिंसा से संबंधित मुद्दों का जिक्र किया।

हेमंत विश्व शर्मा ने हमें आश्वासन दिया कि वह मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए अपने स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।'' पहचान जाहिर नहीं करने का अनुरोध करते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘‘शर्मा ने कहा कि भाजपा की मणिपुर इकाई को यह बताने में संकोच नहीं करना चाहिए कि क्या जरूरत है और वह सुनिश्चित करेंगे कि उन जरूरतों को पूरा किया जाए।'' बैठक में नागरिक संगठन कोकोमी के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

कोकोमी के मीडिया समन्वयक खुरैजाम अथौबा ने कहा, ‘‘असम के मुख्यमंत्री ने हिंसा में मारे गए लोगों के लिए शोक व्यक्त किया और कहा कि शांति बहाल करने के लिए जो भी आवश्यक होगा, वह करेंगे।'' केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि केंद्र ने विभिन्न जातीय समूहों के बीच शांति प्रक्रिया को सुगम बनाने और परस्पर विरोधी पक्षों के बीच बातचीत शुरू करने के लिए राज्यपाल की अध्यक्षता में मणिपुर में एक समिति का गठन किया है।

मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद हिंसक झड़पें शुरू हो गई थीं। मेइती मणिपुर की आबादी का लगभग 53 प्रतिशत हैं और ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं। जनजातीय नगा और कुकी राज्य की जनसंख्या का 40 प्रतिशत हिस्सा हैं और पर्वतीय जिलों में निवास करते हैं।


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Content Writer

Yaspal

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