''अगर ऐसे ही रील देखने में डूबे रहेंगे तो सिर्फ...'', इंस्टाग्राम रील्स पर असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान
punjabkesari.in Wednesday, Jul 16, 2025 - 01:35 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने युवाओं को इंस्टाग्राम रील्स और शॉर्ट वीडियो जैसे कंटेंट से दूर रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि रील देखने की आदत युवाओं के भविष्य को बर्बाद कर रही है। यह बात उन्होंने बिहार में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के संदर्भ में कही।
रील देखने से सिर्फ दिमाग खराब होता है- ओवैसी
ओवैसी ने कहा, “अगर आप रील देखने में ही समय बर्बाद करेंगे तो आप न डॉक्टर बन पाएंगे, न इंजीनियर, न ही वैज्ञानिक। रील देखने से सिर्फ दिमाग खराब होता है।” उन्होंने युवाओं से सवाल किया कि अगर वे इस तरह के डिजिटल कंटेंट में ही उलझे रहेंगे, तो बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) के सवालों का जवाब कैसे देंगे, जो घर-घर जाकर नागरिकता और पहचान की पुष्टि कर रहे हैं।
चुनाव आयोग की भूमिका पर उठाए सवाल
ओवैसी ने SIR प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग की मंशा पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग को नागरिकता तय करने का अधिकार किसने दिया? हमारी पार्टी AIMIM ने सबसे पहले इस प्रक्रिया को ‘बैकडोर NRC’ करार दिया था।”
उन्होंने आरोप लगाया कि SIR अभियान के जरिए बिहार में कई भारतीय नागरिकों को बांग्लादेशी, नेपाली या म्यांमार से आए हुए विदेशी बताया जा रहा है। ओवैसी ने मांग की कि 2003 में हुई पिछली गणना के परिणामों को सार्वजनिक किया जाए और यह बताया जाए कि उस समय कितने विदेशी पकड़े गए थे।
BLO से सवाल करने की अपील
ओवैसी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे BLO अधिकारियों से मिलकर उनसे सवाल करें कि वे किन आधारों पर नागरिकों को विदेशी बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 86.32% फॉर्म इकट्ठे हो चुके हैं और जल्द ही सर्वे का अंतिम चरण शुरू होगा।