देसी कागज पर सबसे पहले 1000 रुपए का नोट

punjabkesari.in Friday, May 29, 2015 - 07:38 PM (IST)

नई दिल्ली. नोटों की छपाई के लिए देसी कागज की पहली खेप तैयार हो गई है। इसे एक समारोह में कल वित्त मंत्री अरुण जेटली मध्य प्रदेश के होशंगाबाद से छपाई के लिए करेंसी नोट प्रेस, नासिक के लिए रवाना करेंगे। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि पहले खेप पर 1000 रुपए के नोटों की छपाई होगी। इसके साथ ही कल ही जेटली होशंगाबाद में नोटों के लिए देसी कागज बनाने वाले छह हजार टन क्षमता वाले ‘न्यू बैंक नोट पेपर लाइन’ का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। वर्तमान में नोटों की छपाई के लिए कागज आयात किया जाता है, जबकि इसमें इस्तेमाल होने वाली स्याही देश में ही बनती है।
 
वित्त वर्ष 2013-14 में नोटों के लिए कागज आयात पर 1688.21 करोड़ रुपए खर्च किए गए। 2011-12 और 2012-13 में यह राशि क्रमश: 1090.36 करोड़ रुपए तथा 13332.84 करोड़ रुपए रही थी। वित्त मंत्रालय ने बताया कि इसके अलावा सिक्यूरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने बैंक नोट पेपर मिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर एक संयुक्त उपक्रम के तहत मैसूर में 12 हजार टन की क्षमता वाली पेपर मशीन की दो अतिरिक्त लाइनें लगाई गई हैं, जिनमें व्यावसायिक उत्पादन इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगा। इस प्रकार नोटों के लिए देसी कागज की छपाई की कुल क्षमता 18 हजार टन हो जाएगी। न्यू बैंक नोट पेपर लाइन का शिलान्यस दिसंबर 2011 में तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने किया था तथा इसके तैयार होने तक पूरी परियोजना पर 495 करोड़ रुपए का खर्च आया है।
 

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