बदलाव के लिए तैयार रहें नौकरशाह: मोदी

punjabkesari.in Wednesday, Apr 22, 2015 - 12:24 AM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एशिया में सरकार और शासन की कार्यकुशलता के औसत तक पहुंचने में भारत को दस साल और लग जाएंगे। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को नौकरशाहों से कहा कि उनका काम सिर्फ देश को चलाना नहीं बल्कि आगे ले जाना है, इसलिए वे नई सोच और बड़े बदलाव लाएं।


यहां विज्ञान भवन में सिविल सेवा दिवस पर देश भर से आए लोक सेवकों को संबोधित करते हुए मोदी ने एक रिपोर्ट का हवाला देकर कहा कि एशिया में सरकार की कार्यकुशलता के औसत तक पहुंचने में ही भारत को दस साल लगेंगे। लेकिन नौकरशाही में बदलाव से ये लक्ष्य जल्द हासिल हो सकता है।


राजनीतिक हस्तक्षेप स्वाभाविक : प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक हस्तक्षेप स्वभाविक है। नौकरशाही इसे सुशासन में बाधा नहीं समझे। हालांकि मोदी ने कहा कि वे राजनीतिक दखल के खिलाफ हैं और राजनीतिक हस्तक्षेप और राजनीतिक दखल में फर्क है। एक प्रक्रिया के तहत लोकतंत्र में राजनीतिक हस्तक्षेप की जरूरत होती है।


मोदी ने लोकसेवकों से कहा कि देश की प्रगति की खातिर वे तनाव छोड़ें। अपने परिवार के साथ अच्छा समय गुजारें और नई ऊर्जा के साथ काम में जुटें। उन्होंने कहा, ‘यदि जीवन में तनाव भरा हो तो कोई कुछ भी हासिल नहीं हो सकता। मोदी ने कहा कि यदि आप मुरझाएंगे तो देश कैसे खिलेगा। कहीं ऐसा न हो कि फाइलों से जूझते रहने वाले लोकसवकों का जीवन भी महज फाइल का एक पन्ना बनकर रह जाए।
पीएम ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब पूरी दुनिया में मोबाइल गवर्नेंस शुरू होगी। इसके लिए तकनीक एवं आर्थिक सुधार को गति देने की जरूरत है। देश में सुशासन स्थापित करने के लिए लोक सेवकों में जवाबदेही, उत्तरदायित्व और पारदर्शिता का होना जरूरी है।


मोदी ने नौकरशाहों से कहा कि वे साल में एक दिन कॉलेज छात्रों को पढ़ाने जाएं। अपने अनुभव साझा करें। उन्हें यह बताएं कि क्यों वे सिविल सेवा में आए जबकि उनके पास इससे बेहतर मौके भी थे।

यूपी-बिहार के नौकरशाह सम्मानित
प्रधानमंत्री ने बेहतरीन सेवा के लिए नौकरशाहों को सम्मानित भी किया। बिहार के आईएएस कुंदन कुमार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए वर्ष 2013-14 को लोक प्रशासन में उत्कृष्टता हेतु प्रधानमंत्री पुरस्कार प्रदान किया गया। गर्भाशय बचाओ अभियान के तहत उन्होंने इस योजना की राशि का इस्तेमाल गर्भाशय निकालने में करने पर रोक लगाई।


वहीं उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में ठिठौरा झील के उद्गम एवं पुनरुद्धार के लिए आईएसएस कंचन वर्मा एवं उनकी टीम जिसमें हरीश चंद्रा, कप्तान सिंह तथा अरविंद कुमार शामिल हैं, को पुरस्कृत किया गया।
 


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