सुजाता मामले पर घिरी सरकार

punjabkesari.in Friday, Jan 30, 2015 - 08:24 AM (IST)

नई दिल्ली: विदेश सचिव सुजाता सिंह को अचानक उनके पद से हटाए जाने पर नरेंद्र मोदी नीत राजग सरकार विपक्षी दल कांग्रेस के निशाने पर आ गई है। सुजाता सिंह को हटाए जाने पर आज कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कांग्रेस ने कहा कि अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की ‘सफल यात्रा’ के तुरंत बाद उठाए गए इस कदम के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश को स्पष्टीकरण देना चाहिए।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने कहा, ‘‘भारतीय विदेश सेवा की वरिष्ठतम महिला अधिकारी को मोदी सरकार द्वारा अचानक और जल्दबाजी में हटाया जाना उसके इरादे और उसके द्वारा अपनाए जा रहे प्रशासनिक तौर-तरीके पर गंभीर सवाल उठाता है।’’

उन्होंने कहा कि यह खासकर तब क्योंकि यह घटनाक्रम एस.पी. जी. प्रमुख, डी.आर.डी. ओ. प्रमुख और आई.आई.एम. के निदेशक को इसी तरह जल्दबाजी में हटाए जाने के बाद सामने आया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को देश को स्पष्टीकरण देना चाहिए। भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने सरकार के निर्णय का बचाव करते हुए कहा, ‘‘मैं इस मामले में शोर-शराबे का कोई कारण नहीं देख पा रहा हूं।

सरकार को यह अधिकार है कि वह किस अधिकारी को नियुक्त करना चाहती है और उसे पता है कि उसका दायित्व क्या है तथा यह पहली बार नहीं हो रहा है, पूर्व की सरकारों ने भी ऐसे फैसले किए हैं।’’ वहीं सरकार द्वारा विदेश सचिव के तौर पर कार्यकाल पहले ही समाप्त किए जाने के एक दिन बाद सुजाता सिंह ने आज दावा किया कि उन्होंने वास्तव में जल्दी सेवानिवृत्ति की मांग की थी।

सुजाता सिंह को उनका 2 साल का कार्यकाल समाप्त होने से लगभग 7 महीने पहले कल रात तत्काल प्रभाव से विदेश सचिव पद से हटा दिया गया। उन्होंने विदेश सेवा में अपने साथियों को भेजे विदाई मेल में अचानक सेवा समाप्त किए जाने का कोई उल्लेख नहीं किया है।
सुजाता ने 28 जनवरी के ई-मेल में कहा कि उन्होंने 38 साल की सरकारी सेवा के बाद जल्दी सेवानिवृत्ति की मांग की थी।

उन्होंने अपने विदाई संदेश में उत्साहजनक  तरीके से विदेश सेवा के बारे में लिखा है। संसदीय समिति को विदेश सचिव से नहीं मिली जानकारी : विदेश सचिव पद से सुजाता सिंह को अचानक हटाए जाने के चलते विदेश मामलों पर संसदीय समिति को आज हुई एक बैठक में मंत्रालय से जुड़े मामलों पर विदेश सचिव से जानकारी नहीं मिल सकी।

कांग्रेस नेता शशि थरूर की अध्यक्षता वाली संसद की स्थायी समितिकी संक्षिप्त बैठक हुई और बाद में किसी तारीख पर व्यापक बातचीत करने का फैसला किया गया जिसमें नए विदेश सचिव एस. जयशंकर ब्रीफ करेंगे। विदेश सचिव को सुबह भर्ती, संरचना, क्षमता निर्माण जैसे भारतीय विदेश सेवा काडर से जुड़े अहम मुद्दों पर समिति को ब्रीफ करना था।


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