जल्दबाजी में रामदेव खुद ही बन गए ‘मजाक’

punjabkesari.in Wednesday, Jan 28, 2015 - 10:06 AM (IST)

नई दिल्ली: योग गुरु बाबा रामदेव ने मीडिया रिपोट्र्स के आधार पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को लेटर लिखकर पद्म पुरस्कार लेने से मना कर दिया, जबकि सचाई यह है कि उनके नाम पर कभी विचार ही नहीं किया गया। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक, शॉर्ट लिस्ट किए गए उम्मीदवारों की सूची में रामदेव का नाम शामिल ही नहीं किया गया था और न ही किसी स्टेज पर उनके नाम पर विचार किया गया।
 
अधिकारियों ने बताया कि राजनाथ सिंह ने खुद उन लोगों को फोन करके पद्म पुरस्कार के बारे में जानकारी दी थी, जिनके नाम इसके लिए शामिल किए गए है, लेकिन उनमें रामदेव का नाम नहीं था। हालांकि, श्री श्री रविशंकर ने इस पुरस्कार को यह कहकर लेने से मना कर दिया कि यह सम्मान किसी और को देना ज्यादा अच्छा होगा। 
 
बता दें कि शनिवार को राजनाथ सिंह को संबोधित करते हुए बाबा रामदेव का एक लेटर सामने आया है जिसमें उन्होंने लिखा था कि टीवी चैनल और न्यूजपेपर्स में आ रही खबरों के मुताबिक सरकार उन्हें पद्म विभूषण देना चाहती है। वह इसके लिए तहे दिल से केंद्र सरकार का शुक्रिया अदा करता हैं। वह संन्यासी है और उनका कर्तव्य है कि वह राष्ट्र धर्म और सेवा धर्म के साथ संन्यास धर्म का पालन करें। वह विनम्रता के साथ इस पुरस्कार को किसी और को देने की अपील करते हैं। कहा जा रहा है कि इस लेटर को शनिवार को गृह मंत्रालय को भेजा गया था। 

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