रिश्वत देने को मजबूर महिला को बेचनी पड़ी किडनी
punjabkesari.in Sunday, Jan 18, 2015 - 02:07 PM (IST)

बेंगलुरू: देश में भ्रष्टाचार रूपी राक्षस का आतंक इतना ज्यादा व्याप्त हो चुका है कि एक शरीफ इंसान को रिश्वत के लिए सारी हदें पार करनी पड़ जाती हैं। रिश्वतखोरों द्वारा आम आदमी को रिश्वत के लिए इतनी मजबूर कर दिया जाता है कि उसके पास दूसरा कोई विकल्प ही नहीं बचता बिना रिश्वत के। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला कर्नाटक के मांड्या जिले में घटित हुआ। जिले के श्रीरंगपटना तालुका में एक गरीब निरक्षर महिला को राजस्व अधिकारी को रिश्वत देने के लिए अपनी एक किडनी बेचनी पड़ी।
पिछले एक साल से सिर्फ एक किडनी पर जी रही चिक्काथयम्मा अब जिंदगी की जंग लड़ रही है। उसकी हालत नाजुक है। चिक्काथयम्मा ने एक समाचार चैनल को बताया कि मैं पिछले 14-15 वर्षों से तालुका दफ्तर के चक्कर लगा रही हूं, लेकिन कुछ नहीं हुआ। राजस्व निरीक्षक ने रिश्वत देने के लिए मुझे किडनी बेचने पर मजबूर किया।
चिक्काथयम्मा ने बताया कि मेरे पिता की मैसूर के पास 15 एकड़ जमीन थी, लेकिन किसी ने उसे कब्जा लिया था। जमीन को वापस पाने को मैंने जिला कार्यालय के बहुत चक्कर काटे। उन्होंने आरोप लगाया कि दोदय्या नामक राजस्व निरीक्षक ने कागजात सही करने के लिए उनसे प्रति एकड़ 8,000 रुपये मांगे। साथ ही, कहा जब तक रुपये नहीं मिलेंगे काम नहीं होगा। इस पर मुझे मजबूरन बेंगलुरु में अपनी एक किडनी बेचनी पड़ी।
मामला मीडिया के सामने आने के बाद कर्नाटक लोकायुक्त जस्टिस डॉ. वाई भास्कर रॉव ने जांच के आदेश दिए हैं। वहीं महिला को घूस के लिए मजबूर करने वाले राजस्व निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। लाल-फीताशाही के खिलाफ झुकने से इंकार कर चुकी चिक्काथायम्मा ने कहा कि वह हर कीमत पर अपने परिवार को उसका हक दिलाना चाहती है।