20,000 रिश्वत लेता पनबस का सुपरिंटेंडेंट काबू
punjabkesari.in Thursday, May 22, 2025 - 07:05 PM (IST)

चंडीगढ़, 22 मई(अर्चना सेठी) पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने सेक्टर 17, चंडीगढ़ स्थित डायरैक्टर स्टेट ट्रांस्पोर्ट-कम-एमडी पनबस के कार्यालय में तैनात सुपरिंटेंडेंट जगजीवन सिंह को 20,000 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
आज यहां इस संबंधी जानकारी देते हुए विजिलेंस ब्यूरों के एक प्रवक्ता ने बताया कि अमृतसर जिले के गांव धरड़ के निवासी और एक निजी ट्रांसपोर्टर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद आरोपी सुपरिंटेंडेंट को गिरफ्तार किया गया है।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उक्त आरोपी सुपरिंटेंडेंट विभाग के पास उसकी(शिकायतकर्ता) 2 लाख रुपये की सिक्योरिटी जमा राशि जारी करने की मंजूरी देने के लिए 5,000 रुपये प्रति बस (कुल 20,000 रुपये) की मांग कर रहा था। शिकायतकर्ता ने मांग के ठोस सबूत के तौर पर रिकॉर्ड की गई बातचीत को पेश किया। शिकायत के अनुसार रिफंड का पैसा शिकायतकर्ता की चार बसों से संबंधित है, जिन्हें वर्ष 2014 से 2020 के बीच किलोमीटर स्कीम के तहत पनबस को लीज़ पर दिया गया था।
आवश्यक दस्तावेज जमा करने और मई 2023 में डिपो मैनेजर, अमृतसर से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त करने के बावजूद, उनकी फाइल को जानबूझकर तीन साल से छोटे-मोटे बहानें बनाकर देरी की गयी थी। प्रवक्ता ने आगे कहा कि इस शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद, विजिलेंस ब्यूरों की फ्लाइंग स्क्वायड टीम ने एक जाल बिछाया, जिसके दौरान आरोपी सुपरिंटेंडेंट को उसके कार्यालय के बाहर दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 20000 रुपये की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
इस संबंध में आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत विजिलेंस ब्यूरों के पुलिस स्टेशन फ्लाइंग स्क्वायड-1, पंजाब, मोहाली में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि यह पता लगाने के लिए आगे जांच जारी है कि क्या उच्च अधिकारी इस जबरन वसूली में शामिल थे। विजिलेंस ब्यूरों ने भ्रष्टाचार के प्रति अपनी शून्य सहनशीलता की नीति दोहराई है तथा नागरिकों से हेल्पलाइन नंबरों के द्वारा भ्रष्टाचार की सूचना देने की अपील की है।
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