गांव पहुंचा सैनिक का शव तो डगमगा गए पिता के कदम, सेना के अधिकारी ने गले लगा संभाला

punjabkesari.in Thursday, Nov 29, 2018 - 11:58 AM (IST)

 श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में रविवार को ऑप्रेशन ऑल आऊट में कुलगाम तहसील के  चेकी अश्मुजी गांव का रहने वाला एक जवान शहीद हो गया।  तिरंगे में लिपटकर जब उनका शव पहुंचा तो गांव के लोगों की आंखें नम हो गईं। शहीद बेटे नजीर अहमद वानी को देख पिता खुद को संभाल नहीं पाए और फूट-फूटकर रोने लगे। इंडियन आर्मी ने  तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि आप अकेले नहीं हैं, हम आपके साथ हैं।


सेना के प्रवक्ता ने बताया कि लांसनायक नजीर अहमद वानी के परिवार में उनकी पत्नी और 2 बच्चियां हैं। उन्हें सोमवार को सुपुर्द-ए-खाक से पहले 21 तोपों की सलामी दी गई। शहीद नजीर अहमद वानी एक समय आतंकवादी थे। उन्होंने आत्मसमर्पण कर भारतीय सेना को ज्वाइन किया था। यह कहानी एक आतंकवादी के जांबाज देशभक्त बनने और सेना में शामिल होकर आतंकियों के खिलाफ  अभियान में अपना सर्वोच्च बलिदान देने की है। आतंकवाद को छोड़ भारतीय सेना को ज्वाइन करने वाले नजीर अहमद वानी एक बेहतरीन सिपाही थे और 2007 में वीरता के लिए उनको मैडल भी मिल चुका है।
 


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Monika Jamwal

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