Apple की करोड़ों iPhone यूजर्स को चेतावनी- फोन से डिलीट करें ये ऐप नहीं तो हो जाएगा डाटा लीक
punjabkesari.in Saturday, Apr 26, 2025 - 11:01 AM (IST)

नेशनल डेस्क. Apple कंपनी ने दुनिया भर के करोड़ों आईफोन इस्तेमाल करने वालों के लिए एक नई चेतावनी जारी की है। इस चेतावनी में Apple ने यूजर्स से कहा है कि वे अपने आईफोन से गूगल के सबसे मशहूर ब्राउजर यानी गूगल क्रोम को हटा दें। हालांकि, एप्पल ने सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा है, लेकिन इशारों में यूजर्स को यह संदेश दिया है कि गूगल क्रोम ब्राउजर का इस्तेमाल करने से उनका निजी डेटा सुरक्षित नहीं रहेगा और हैकर्स तक पहुंच सकता है। एप्पल ने यूजर्स को क्रोम ब्राउजर की जगह कोई दूसरा वेब ब्राउजर इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
क्यों दी क्रोम ब्राउजर हटाने की सलाह?
खबरों के अनुसार, Apple ने एक यूट्यूब वीडियो जारी करके यूजर्स को इशारों में गूगल क्रोम ब्राउजर को अपने डिवाइस से हटाने के लिए कहा है। इस वीडियो में एप्पल ने चेतावनी दी है कि इस ब्राउजर के जरिए हैकर्स आपके डेटा तक पहुंच सकते हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि गूगल ने अपने क्रोम ब्राउजर से थर्ड पार्टी ट्रैकिंग कुकीज को हटाने का वादा किया था, लेकिन अब वह इस वादे से पीछे हट गया है। इसी वजह से Apple ने वीडियो के माध्यम से यूजर्स को इस खतरे से सावधान किया है।
फैसला बदलने का कारण
आपको बता दें गूगल क्रोम ब्राउजर की कुकीज यूजर्स की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखती हैं। इसका फायदा वेबसाइटों और विज्ञापन कंपनियों को होता है, जिससे गूगल को मोटी कमाई होती है। एप्पल ने अपने वीडियो के जरिए यह दिखाया है कि गूगल क्रोम ब्राउजर का इस्तेमाल करने से यूजर्स की हर ऑनलाइन गतिविधि ट्रैक की जाएगी।
पहले गूगल ने कहा था कि वह क्रोम ब्राउजर से थर्ड पार्टी कुकीज को हटा देगा, लेकिन अब इस टेक कंपनी ने अपना फैसला बदल लिया है। इस बदलाव के कारण क्रोम ब्राउजर अब यूजर्स के लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसे में एप्पल का यह वीडियो अप्रत्यक्ष रूप से यूजर्स को अपने सफारी ब्राउजर पर आने के लिए प्रेरित कर रहा है।
गूगल को डर था
गूगल ने क्रोम ब्राउजर से थर्ड पार्टी कुकीज को हटाने का फैसला डर के कारण बदला है। कंपनी को यह डर था कि ऐसा करने से उसके विज्ञापन देने वाले कम हो जाएंगे और उसकी कमाई पर भी असर पड़ेगा। हालांकि, ट्रैकिंग कुकीज सीधे तौर पर वित्तीय धोखाधड़ी का बड़ा खतरा नहीं होती हैं, लेकिन इनकी वजह से यूजर्स की निजी जानकारी बड़े पैमाने पर प्रभावित हो सकती है।