भारत से एप्पल के iPhone निर्यात में एक-तिहाई वृद्धि, 10 अरब डॉलर के करीब

punjabkesari.in Thursday, Oct 31, 2024 - 05:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क : भारत से iPhone का निर्यात सितंबर तक के छह महीनों में एक-तिहाई बढ़ गया है, जो देश में मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार करने और चीन पर निर्भरता कम करने की Apple की पहल को उजागर करता है। अमेरिकी कंपनी ने भारत में बने iPhones का लगभग 6 बिलियन डॉलर का निर्यात किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में मूल्य के मामले में एक-तिहाई की वृद्धि है। इसके चलते वार्षिक निर्यात वित्त वर्ष 2024 में लगभग 10 बिलियन डॉलर को पार करने की ओर अग्रसर है।

देश में बढ़ता Apple का कारोबार
Apple भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग नेटवर्क का तेजी से विस्तार कर रहा है, स्थानीय सब्सिडी, कुशल श्रमिक और देश की तकनीकी क्षमताओं में प्रगति का लाभ उठाते हुए। भारत चीन पर निर्भरता कम करने के कंपनी के प्रयास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जहां बीजिंग और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के कारण जोखिम बढ़े हैं। यह चढ़ाव दुनिया के सबसे आबादी वाले देश में उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने के एप्पल के प्रयास में लगातार प्रगति को दिखाता है, जिनके उपभोक्ता धीरे-धीरे इकोनॉमी के बढ़ने के साथ साथ ज्यादा खरीदने की कैपेसिटी रख रहे हैं। कंपनी अपने निर्माण और रेवेन्यू सोर्स को बड़े बाजार चीन से हटकर विविधता लाने के लिए भारत को टारगेट कर रही है, जो अमेरिका के साथ व्यापार तनाव के कारण जोखिम भरा हो गया है।

 तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है भारत 
Apple अपनी आय में भारत के रेवेन्यू की स्टेटमेंट नहीं देता है, लेकिन Apple को देश में सालाना बिक्री की रिपोर्ट लोकल अथॉरिटी को देनी पड़ती है। भारत में Apple के प्रतिनिधियों ने टिप्पणी के अनुरोधों का जवाब नहीं दिया काउंटरप्वाइंट रिसर्च के मुताबिक, भारतीय बाजार में Google के एंड्रॉइड मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करने वाले सस्ते चीनी उपकरणों का प्रभाव है और देश में उपयोग किए जाने वाले लगभग 690 मिलियन स्मार्टफोन में iPhones का हिस्सा केवल 3.5% है। भले ही भारत एप्पल के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है लेकिन दक्षिण एशियाई देश के नए फाइनेंशियल ईयर की $383 बिलियन की बिक्री में भारत की हिस्सेदारी केवल 2% है।

iPhone की बिक्री में जोरदार उछाल आया
चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर टिम कुक इसे बदलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने पिछले साल देश के पहले दो एप्पल स्टोर खोलने के लिए भारत का दौरा किया था जो आईफोन, आईपैड, मैकबुक कंप्यूटर और दूसरे डिवाइस और एक्सेसरीज़ बेचते हैं। भारत में लगातार बढ़ते मिडिल क्लास लोग जो एप्पल डिवाइसों को स्टेटस सिंबल के रूप में देखते हैं, धीरे-धीरे कंपनी को चीन पर अपनी बिक्री निर्भरता में कटौती करने में मदद कर सकते हैं। इकोनॉमी में गिरावट के कारण चीन में Apple का रेवेन्यू नए फाइनेंशियल ईयर में घटकर 72.6 बिलियन डॉलर हो गया, हालांकि रिटेलर्स द्वारा भारी छूट के कारण हाल के महीनों में iPhone की बिक्री में जोरदार उछाल आया है लेकिन अमेरिका और चीन के बीच तनाव ने कंपनी और दूसरी ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनी को अगली ग्रोथ मार्केट के रूप में भारत की ओर अधिक ध्यान देने के लिए प्रेरित किया है।

Apple  भारत में तेजी से बढ़ा रहा कारोबार 
Apple भी भारत में अपने निर्माण क्षेत्र को तेजी से बढ़ा रहा है। अभी Apple भारत में नए iPhone 15 के साथ कई मॉडल बनाता है, लेकिन हायर-स्पेक प्रो और प्रो मैक्स मॉडल नहीं बनाता है। यह भारत में असेंबल किए गए ज्यादातर उपकरणों का निर्यात करता है। ब्लूमबर्ग न्यूज ने पहले बताया था कि एप्पल के भारत स्थित असेंबली पार्टनर्स ने पिछले फाइनेंशियल ईयर में देश में आईफोन का उत्पादन दोगुना कर 14 बिलियन डॉलर कर दिया है। इसका मतलब है कि Apple अब भारत में अपने मेन डिवाइसिस में से 14% या लगभग 7 में से 1 का उत्पादन करता है। मई में एप्पल की कमाई कॉल पर कुक ने कहा कि कंपनी भारत में डेवलपर से लेकर बाजारों और परिचालन तक हर चीज पर काम कर रही है।


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Content Editor

Utsav Singh

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