एप्पल ने भारत में बढ़ाई iPhone उत्पादन क्षमता, iPhone 17 के सभी मॉडल होंगे देश में ही असेंबल
punjabkesari.in Thursday, Aug 21, 2025 - 03:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: एप्पल ने आगामी iPhone 17 के सभी मॉडल्स की असेंबली भारत में करने का फैसला किया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल इंक अपनी आगामी iPhone 17 श्रृंखला के सभी मॉडल्स की असेंबली भारत में पांच स्थानीय फैक्ट्रियों में कर रहा है, जिनमें दो हाल ही में शुरू हुई हैं। यह पहली बार है जब प्रीमियम प्रो वर्जन सहित सभी नए iPhone मॉडल लॉन्च से ही भारत में बनाए जाएंगे।
यह कदम एप्पल की चीन पर निर्भरता कम करने और अमेरिकी बाजार के लिए आने वाले शिपमेंट्स पर लगने वाले टैरिफ जोखिमों से बचाव की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। कंपनी पहले ही अमेरिकी बाजार के लिए चीन से भारत को बड़ी मात्रा में iPhone उत्पादन स्थानांतरित कर चुकी है।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, इस विस्तार में टाटा ग्रुप का होसुर, तमिलनाडु में स्थित प्लांट और फॉक्सकॉन का बेंगलुरु एयरपोर्ट के पास फैक्ट्री प्रमुख भूमिका निभा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, टाटा, जो एप्पल का सबसे तेजी से उभरता भागीदार बन चुका है, दो वर्षों के भीतर भारत के iPhone उत्पादन का लगभग आधा हिस्सा संभालेगा।
इस बदलाव से भारत के निर्यात आंकड़े भी बढ़े हैं। अप्रैल से जुलाई 2025 के बीच भारत से iPhone का निर्यात 7.5 बिलियन डॉलर का रहा, जो पिछले वित्तीय वर्ष के पूरे निर्यात 17 बिलियन डॉलर के करीब है।
एप्पल इस समय अमेरिका-चीन के बीच अनिश्चित व्यापार माहौल में काम कर रहा है। ट्रम्प प्रशासन ने चीनी वस्तुओं पर भारी टैरिफ लगाने की नीति जारी रखी है। हालांकि, iPhone जैसे स्मार्टफोन फिलहाल व्यापक टैरिफ से मुक्त हैं, लेकिन ट्रम्प ने बार-बार अमेरिकी कंपनियों को चीन पर निर्भर रहने के लिए आलोचना की है।
हाल ही में एक बयान में ट्रम्प ने कहा, "अगर एप्पल अमेरिकियों के लिए iPhone बनाना चाहता है, तो उसे अमेरिका में बनाना चाहिए, न कि चीन या भारत में।" राष्ट्रपति के इस बयान के बावजूद, एप्पल ने बताया है कि इस वित्तीय अवधि में उसे टैरिफ के कारण 1.1 बिलियन डॉलर का नुकसान होने की उम्मीद है, जो इसे चीन से उत्पादन विविधीकरण करने के लिए मजबूर कर रहा है। कैनालिस के अनुसार, भारत से निर्यातित iPhone का सबसे बड़ा बाजार अमेरिका है, जहां 2024 की पहली छमाही में अमेरिकी हिस्सेदारी 53% थी, जो जून 2025 तक बढ़कर 78% हो गई।