8 साल के बच्चे ने की थी 3 बच्चियों की हत्या, दुनिया का सबसे छोटा सीरियल किलर
punjabkesari.in Monday, Dec 02, 2024 - 06:37 PM (IST)
नेशनल डेस्क : दुनिया में कई तरह के अपराध होते हैं, लेकिन कुछ ऐसे अपराध होते हैं, जिन्हें भुलाना मुश्किल हो जाता है। 2007 में एक ऐसा ही अपराध हुआ, जिसने सभी को हैरान कर दिया। हम बात कर रहे हैं अमरजीत सादा की, जो एक सीरियल किलर था और उसने 3 बच्चियों की बेरहमी से हत्या की थी। यह घटना और भी चौंकाने वाली थी, क्योंकि हत्यारा खुद एक बच्चा था। जी हां, अमरजीत की उम्र उस समय सिर्फ 8 साल थी। इस कारण उसे दुनिया का सबसे छोटा सीरियल किलर माना गया।
कहानी की शुरुआत
2007 में बिहार के बेगूसराय जिले के मुसहरी गांव में एक 3 साल की बच्ची, खुशबू, अचानक गायब हो गई। उसके माता-पिता और गांव वाले कई दिनों तक उसे ढूंढते रहे, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। थक-हार कर बच्ची के परिवार ने पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की, तो जो सच सामने आया, उसने सभी को दंग कर दिया।
खुशबू के माता-पिता ने पुलिस को बताया कि उन्हें 8 साल के अमरजीत सादा पर शक है। शुरुआत में पुलिस ने इसे परिवार के आपसी विवाद का हिस्सा समझा, लेकिन बाद में अमरजीत ने खुद अपने गुनाह कबूल कर दिए। जब पुलिस ने अमरजीत से पूछा, तो उसने कहा, "पहले बिस्किट दो, फिर बताऊंगा।" बिस्किट मिलने के बाद, अमरजीत पुलिस को खुशबू की लाश तक ले गया।
अमरजीत का कबूलनामा
आगे की पूछताछ में अमरजीत ने बताया कि खुशबू के अलावा उसने दो और बच्चियों को मारा था, जो उसके अपने परिवार की थीं। ये दो बच्चियां उसकी 6 साल और 3 महीने की बहनें थीं। अमरजीत ने 2006-2007 के बीच ये हत्याएं की थीं। अमरजीत को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था और उसे दूसरों को दर्द देने में मजा आता था। क्योंकि अमरजीत की उम्र सिर्फ 8 साल थी, उसे जेल भेजा नहीं जा सकता था। उसे जुवेनाइल होम भेजा गया, जहां उसे 18 साल की उम्र तक रखा गया। फिर उसे नाम बदलकर किसी और जगह भेज दिया गया।
अमरजीत ने ऐसा क्यों किया?
जब पुलिस ने पहली बार अमरजीत से बात की, तो उसने गुनाह कबूल करते समय अजीब तरीके से मुस्कुराते हुए कहा, जिससे यह समझा गया कि उसे यह सब करने में खुशी मिलती थी। इस वजह से साइकोलॉजिस्ट का एक पैनल उसकी जांच करता है। बाद में यह निष्कर्ष निकला कि अमरजीत को "कंडक्ट डिसऑर्डर" नामक बीमारी है, जिसमें व्यक्ति को दूसरों को दर्द देने में आनंद आता है।