New Pan Card: सरकार ला रही नया Pan Card, टैक्सपेयर्स पर क्या पड़ेगा असर, पढ़ें पूरी खबर
punjabkesari.in Wednesday, Nov 27, 2024 - 08:44 AM (IST)
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 25 नवंबर 2024 को हुई कैबिनेट बैठक में पैन 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई। यह परियोजना टैक्सपेयर्स के अनुभव को डिजिटल रूप से बेहतर और तेज बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
पैन 2.0: क्या है नई पहल?
पैन 2.0 प्रोजेक्ट, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का एक ई-गवर्नेंस प्रोजेक्ट है, जो पैन और टैन सेवाओं को एकीकृत और पेपरलेस बनाएगा। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य पैन कार्ड जारी करने, अपडेशन, और सुधार प्रक्रिया को तकनीकी तौर पर अधिक सक्षम और सरल बनाना है।
यूनिफाइड पोर्टल पर सभी सेवाएं:
अब तीन अलग-अलग पोर्टलों के बजाय, पैन से जुड़ी सभी सेवाएं एक ही पोर्टल पर उपलब्ध होंगी। इसमें पैन अलॉटमेंट, अपडेशन, सुधार, आधार-पैन लिंकिंग, ई-पैन अनुरोध, और ऑनलाइन पैन सत्यापन जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।
डायनेमिक क्यूआर कोड:
नए पैन कार्ड में डायनेमिक क्यूआर कोड होगा, जो पैन डेटाबेस से जुड़ी ताजा जानकारी दिखाएगा। यह क्यूआर कोड टैक्सपेयर्स की पहचान को सत्यापित करने में मदद करेगा।
कॉमन बिजनेस आईडेंटिफायर:
व्यापारिक संस्थानों के लिए पैन को सभी सरकारी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर कॉमन बिजनेस पहचान के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
टैक्सपेयर्स को क्या करना होगा?
मौजूदा पैन कार्ड धारकों को कोई बदलाव करने की जरूरत नहीं:
मौजूदा पैन कार्ड पूरी तरह वैध रहेंगे। नया पैन कार्ड केवल उन्हीं मामलों में जारी होगा, जब धारक किसी सुधार या अपडेट का अनुरोध करेंगे।
करेक्शन और अपडेट फ्री:
पैन धारक अपना नाम, पता, जन्मतिथि, ईमेल, या मोबाइल नंबर जैसे बदलाव बिना किसी शुल्क के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कर सकते हैं।
फिजिकल पैन कार्ड की फीस:
ई-पैन रजिस्टर्ड ईमेल पर निःशुल्क मिलेगा, जबकि फिजिकल कार्ड के लिए घरेलू आवेदकों को ₹50 और अंतरराष्ट्रीय आवेदकों को ₹15 अतिरिक्त शुल्क जमा करना होगा।
डुप्लीकेट पैन पर सख्ती
पैन 2.0 सिस्टम के तहत डुप्लीकेट पैन की पहचान और निष्क्रियता की प्रक्रिया अधिक सशक्त होगी। नए मैकेनिज्म से एक व्यक्ति के लिए एक से अधिक पैन रखने की संभावना लगभग खत्म हो जाएगी।
टेक्नोलॉजी और सुविधा का मेल
पैन 2.0 प्रोजेक्ट टैक्स सिस्टम को आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह टैक्सपेयर्स के लिए न केवल सेवाओं को तेज बनाएगा, बल्कि प्रक्रियाओं को भी पारदर्शी और सुविधाजनक बनाएगा। अब टैक्सपेयर्स को पैन से जुड़ी सभी सेवाएं एक क्लिक में उपलब्ध होंगी।