Fact Check: मौनी अमावस्या से पहले हंगामा... प्रयागराज जा रही ट्रेन पर हमला! सामने आई सच्चाई
punjabkesari.in Wednesday, Jan 29, 2025 - 01:45 PM (IST)
आजतक फैक्ट: महाकुंभ में 29 जनवरी यानी मौनी अमावस्या के दिन होने वाले अमृत स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है. इस बीच मध्य प्रदेश के हरपालपुर रेलवे स्टेशन पर कुछ लोगों ने झांसी से प्रयागराज जा रही मेल स्पेशल ट्रेन पर पथराव करते हुए तोड़फोड़ कर डाली, जिससे यात्रियों में भगदड़ मच गई.
इस घटना से फैली दहशत के बीच प्रयागराज का बताते हुए पत्थरबाजी का एक और वीडियो वायरल हो गया है.
वीडियो में भगवा कपड़े, गमछे, और पगड़ी बांधे कुछ लोग एक दूसरे पर पत्थर फेंक रहे हैं. वीडियो एक मैदान का है जहां भारी भीड़ मौजूद है. वीडियो पर टेक्स्ट में लिखा है, “महाकुंभ का नजारा लो हो गया. Prayagraj news.” इसका आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो न तो हाल-फिलहाल का है, और न ही महाकुंभ से इसका कोई लेना-देना है. ये वीडियो अगस्त 2024 में हुए उत्तराखंड के बग्वाल मेले का है, जहां एक पुरानी परंपरा के तहत लोग एक-दूसरे पर फल, फूल और पत्थर फेंक रहे थे.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये वीडियो अगस्त, 2024 के एक इंस्टाग्राम पोस्ट में मिला. यहां इसे शेयर करते हुए ‘बग्वाल 2024’ लिखा हुआ है. इतना तो यहीं साफ हो जाता है कि ये वीडियो प्रयागराज महाकुंभ से महीनों पहले का है.
इसके बाद हमें इस मेले के बारे में छपी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इनके मुताबिक उत्तराखंड के चंपावत जिले के खोलीखाड़ दुबाचौड़ मैदान में 19 अगस्त, 2024 को बग्वाल मेला लगा था. इस दौरान करीब 11 मिनट तक दो गुटों ने एक-दूसरे पर पत्थर, फल, और फूलों से हमला किया, जिससे 212 लोग घायल हो गए. घायलों का नजदीकी अस्पताल में उपचार किया गया था. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया था.
खबरों के मुताबिक दूसरे गुट की ओर से फेंके गए फल, फूल या पत्थर को वापस उनकी ओर फेंकने को ही बग्वाल कहते हैं. बग्वाल को देखने देश-विदेश के हजारों पर्यटक और श्रद्धालु, चंपावत के देवीधुरा इलाके में पहुंचते हैं, जहां हर साल रक्षाबंधन के दिन बग्वाल खेला जाता है. बग्वाल के बाद लोग गले मिलकर एक-दूसरे को रक्षाबंधन और बग्वाल की बधाई देते हैं.
हमें यूट्यूब पर इस मेले का एक और वीडियो मिला, जिसे बग्वाल मेला घूमने आए एक शख्स ने शूट किया है. वीडियो में दिख रही इमारत और सजावट वायरल वीडियो से पूरी तरह मेल खाती है.
साफ है, अगस्त 2024 में हुए बग्वाल मेले के पुराने वीडियो को महाकुंभ से जोड़कर शेयर करके भ्रम फैलाया जा रहा है.
(Disclaimer: यह फैक्ट चेक मूल रुप से AajTak द्वारा किया गया है जिसे Shakti collective की मदद से पंजाब केसरी ने प्रकाशित किया।)