Fact Check: चीन के एक्सप्रेसवे की फोटो मेरठ-देहरादून हाइवे का बताकर हुई शेयर
punjabkesari.in Thursday, Jan 16, 2025 - 02:18 PM (IST)
Fact Check by aajtak
नेशनल डेस्क: पहाड़ों के बीच से निकाले गए एक शानदार छह-लेन एलिवेटेड एक्सप्रेस वे की फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस फोटो को शेयर कर लोग कह रहे हैं कि ये मेरठ-देहरादून हाइवे हैं। लोगों का कहना है कि ये यूपी में हो रहे विकास को दर्शाता है। एक फेसबुक यूजर ने फोटो के साथ लिखा है, “आज का चित्र। उत्तर प्रदेश के मेरठ देहरादून हाइवे का एक दृश्य. विकास पथ पर निरंतर अग्रसर नया "उत्तर प्रदेश।
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये फोटो मेरठ-देहरादून हाइवे की नहीं बल्कि चीन के शॉगुआन-शिनफेंग एक्सप्रेसवे की।
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये 1 मार्च 2024 के एक एक्स पोस्ट में मिली। पोस्ट के मुताबिक, ये हाइवे चीन में बना है। ये फोटो चीन की मीडिया संस्थान चाइना डेली की एक रिपोर्ट में भी इस्तेमाल की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, ये फोटो चीन के गुआंगदोंग में बने शॉगुआन-शिनफेंग एक्सप्रेसवे की है जो कि लगभग दो बिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से बना है।
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि इस एक्सप्रेसवे को आधिकारिक तौर पर 29 जून 2021 में यातायात के लिए खोला गया था और ये गुआंगदोंग-हांगकांग-मकाऊ ग्रेटर बे एरिया से जुड़ता है। 82 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण अक्टूबर 2017 में शुरू हुआ था। इसे चीन की सरकारी कंपनी तिसिजू सिविल इंजीनियरिंग ग्रुप ने बनाया है।
हमें ये फोटो 2021- 2022 में छपी कई और मीडिया रिपोर्ट्स में भी मिली जिनमें इसे चीन के गुआंगदोंग प्रांत का बताया गया है। इसके निर्माणकार्य में 1300 से अधिक दिनों का समय लगा था और लगभग 10,000 कर्मचारियों ने इसका निर्माण तय समय से छह महीने पहले ही पूरा कर दिया था। साफ है, चीन के गुआंगदोंग प्रांत में बने एक एक्सप्रेसवे की फोटो को शेयर कर मेरठ-देहरादून हाइवे का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है।
(Disclaimer: यह फैक्ट चेक मूल रुप से aaj tak द्वारा किया गया है जिसे Shakti collective की मदद से पंजाब केसरी ने प्रकाशित किया।)