अलर्ट! दिल्ली-NCR में H3N2 फ्लू का तेजी से फैलाव, इन लोगों में रहता है इन्फेक्शन का ज्यादा खतरा, जानें केसै करें बचाव
punjabkesari.in Friday, Sep 26, 2025 - 11:56 AM (IST)

नेशनल डेस्क: देश की राजधानी और उसके आसपास के इलाकों (दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद) में H3N2 फ्लू (H3N2 Flu) का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। एक हालिया सर्वे के अनुसार, इन इलाकों के लगभग 69% घरों में लोगों में बुखार, खांसी, गले में खराश और थकान जैसे फ्लू के लक्षण पाए गए हैं।
क्या है H3N2 फ्लू?
H3N2 फ्लू एक रेस्पिरेटरी वायरल इंफेक्शन है, जो इन्फ्लुएंजा ए वायरस का एक सबटाइप है। यह वायरस बहुत संक्रामक होता है और संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या बात करने से निकली बूंदों (Droplets) से फैलता है।
किन लोगों को है सबसे ज्यादा खतरा?
हालांकि यह संक्रमण किसी को भी हो सकता है, लेकिन कुछ विशेष समूहों में इसका खतरा और गंभीरता ज्यादा होती है:
➤ बुजुर्ग (50 साल से अधिक उम्र)
➤ बच्चे (15 साल से कम उम्र)
गर्भवती महिलाएं
गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग (जैसे- डायबिटीज, अस्थमा, हृदय रोग, आदि)
स्कूल, हॉस्टल और भीड़भाड़ वाली जगहें इस संक्रमण के हॉटस्पॉट माने जाते हैं।
H3N2 फ्लू के मुख्य लक्षण
इस संक्रमण के लक्षण अचानक शुरू होते हैं और सामान्य फ्लू से मिलते-जुलते हैं:
➤ तेज बुखार और ठंड लगना।
➤ गले में खराश और लगातार खांसी।
➤ सिरदर्द और पूरे शरीर में दर्द।
➤ गंभीर मामलों में सांस लेने में तकलीफ होना।
बचाव और उपचार कैसे करें?
अधिकांश लोग 3-5 दिनों में पर्याप्त आराम और तरल पदार्थ लेने से ठीक हो जाते हैं।
➤ एंटीवायरल दवाएं: गंभीर मामलों में डॉक्टर Oseltamivir जैसी एंटीवायरल दवाएं दे सकते हैं। यह दवा संक्रमण के शुरुआती 48 घंटों में लेने से बीमारी की गंभीरता को कम करती है।
➤ घरेलू उपाय: गर्म पानी से गरारे करना और भाप लेना गले की खराश और खांसी में राहत देता है।
➤ ICMR की सलाह: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने सलाह दी है कि डॉक्टर अनावश्यक रूप से एंटीबायोटिक्स का उपयोग करने के बजाय लक्षणों के आधार पर ही इलाज करें।
बचाव के सरल उपाय
H3N2 फ्लू से बचने के लिए इन सरल उपायों का पालन करें:
➤ मास्क पहनें और हाथों की साफ-सफाई रखें।
➤ खांसते या छींकते समय हमेशा रुमाल/टिश्यू का इस्तेमाल करें।
➤ भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
➤ इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए पौष्टिक आहार लें और पर्याप्त नींद लें।