दिवाली-छठ से पहले हवाई सफर हुआ महंगा! इस रूट की फ्लाइट टिकट ने तोड़ा रिकॉर्ड, चेक करें लेटेस्ट रेट
punjabkesari.in Sunday, Oct 12, 2025 - 03:06 PM (IST)
नेशनल डेस्क: त्योहारों के करीब आते ही भारत में घरेलू हवाई यात्रा के किराए आसमान छू रहे हैं। दिवाली, छठ और पूजा जैसे त्योहारों के चलते यात्रियों की बढ़ती मांग और सीमित सीटों के कारण कई प्रमुख मार्गों पर टिकटों की कीमतें 100-200% तक बढ़ गई हैं। हवाई किराए में इस तेज़ी का असर विशेषकर दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता और हैदराबाद जैसे व्यस्त हवाई अड्डों पर देखा जा रहा है।
किराए बढ़ने के कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, त्योहारों के दौरान यात्रियों की संख्या चरम पर होती है। देर से बुकिंग करने वाले यात्रियों के लिए टिकट महंगे हो जाते हैं। इसके अलावा, एयरलाइनों के बेड़े और स्लॉट की सीमित उपलब्धता, ईंधन की बढ़ती कीमतें, रखरखाव, चालक दल और अन्य सहायक लागतें भी टिकटों की कीमत बढ़ाने का कारण बन रही हैं। हालांकि, एयरलाइनों ने दिवाली तक लगभग 1,700 अतिरिक्त उड़ानों की घोषणा की है, लेकिन फिर भी मांग अधिक होने के कारण कीमतें ऊंची बनी हैं।
सबसे प्रभावित मार्ग और शहर
➤ दिल्ली (इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा): दिल्ली-मुंबई मार्ग सबसे व्यस्त है और यहां टिकटों में भारी वृद्धि देखी गई। इसके अलावा दिल्ली से कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु और अहमदाबाद के लिए भी किराए में बढ़ोतरी हुई है।
➤ मुंबई (छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा): मुंबई-दिल्ली मार्ग के साथ मुंबई-बेंगलुरु और मुंबई-हैदराबाद मार्गों पर भी टिकट महंगे हो गए हैं।
➤ बेंगलुरु (केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा): दिल्ली-बेंगलुरु मार्ग पर उच्च मांग के कारण किराए तेजी से बढ़े हैं। बेंगलुरु-मुंबई मार्ग भी महंगा हो गया है।
➤ कोलकाता (नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा): दिवाली और दुर्गा पूजा से पहले कोलकाता के लिए हवाई किराए लगभग दोगुने हो गए हैं। कोलकाता से दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु और अहमदाबाद के लिए भी टिकट महंगे हैं।
➤ हैदराबाद (राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा): हैदराबाद से जयपुर, लखनऊ, दिल्ली, भोपाल, पटना और चंडीगढ़ मार्गों पर किराए में 200% तक की वृद्धि हुई है।
यात्रियों के लिए सुझाव
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि त्योहारों के दौरान यात्रा की योजना बना रहे लोग टिकट जल्द बुक करें। इससे महंगे किराए से बचा जा सकता है। इसके अलावा, फ्लेक्सिबल टिकट और ऑफ-पीक समय की उड़ानों का विकल्प चुनकर भी लागत कम की जा सकती है।
