ऑपरेशन सिंदूर के बाद बेनकाब हुआ पाकिस्तान, खुल गई पोल, सेना की झूठी कहानी का पर्दाफाश
punjabkesari.in Tuesday, May 13, 2025 - 12:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क : भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया, जिसमें कई आतंकवादी मारे गए। इस जवाबी कार्रवाई से घबराए पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिन्हें भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पाकिस्तान की सेना ने खुद ही इस बात के सबूत दे दिए कि ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए लोग आतंकवादी ही थे।
भारत की जवाबी कार्रवाई में तबाह हुए पाक ठिकाने-
भारत ने न केवल पाकिस्तानी हमलों को नाकाम किया, बल्कि जवाबी स्ट्राइक में पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाकर तबाह कर दिया। सीज़फायर की बात के बावजूद पाकिस्तान के ड्रोन अब भी भारत के सीमावर्ती इलाकों में देखे जा रहे हैं, जिन्हें भारतीय सेना लगातार मार गिरा रही है।
पाक सेना ने दी आतंकी की नमाज अदा करते हुए तस्वीर-
एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान पाकिस्तान की सेना ने जो तस्वीरें दिखाई, उनमें मारे गए आतंकवादियों के लिए नमाज अदा करते हुए हाफिज अब्दुल रऊफ नाम का शख्स नजर आ रहा था। यह वही व्यक्ति है जिसे भारत लंबे समय से लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी बता रहा है। पाकिस्तान की सेना ने हालांकि उसे एक "बेगुनाह पारिवारिक व्यक्ति" करार दिया, लेकिन इससे उलटा असर हुआ।
पाक सेना के प्रवक्ता की बयानबाज़ी से खुली पोल-
पाक सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने मीडिया के सामने रऊफ को निर्दोष बताया और उसकी पहचान से संबंधित जानकारी साझा की। लेकिन जो जानकारी उन्होंने दी, वह अमेरिका के प्रतिबंधित आतंकवादियों की सूची में दर्ज हाफिज अब्दुल रऊफ की प्रोफाइल से पूरी तरह मेल खाती है। इस तरह पाकिस्तान की खुद की बयानबाज़ी से यह साबित हो गया कि रऊफ वास्तव में आतंकी है और पाक सेना उसे बचाने की कोशिश कर रही है।
आतंकी-सेना गठबंधन का खुलासा-
भारत लंबे समय से पाकिस्तान पर आतंकियों को पनाह देने और उनके साथ मिलकर हमले कराने का आरोप लगाता रहा है। अब पाक सेना की ब्रीफिंग ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि आतंकियों और सेना के बीच सीधा संबंध है। सेना के अफसरों की मौजूदगी में एक कुख्यात आतंकी का नमाज अदा करना और उसे 'बेगुनाह' बताना, पाक सरकार और सेना की नीयत पर बड़े सवाल खड़े करता है।