दिल्ली चुनाव में AAP की हार के बाद गधों की हुई गुलाब जामुन पार्टी (VIDEO)
punjabkesari.in Monday, Feb 10, 2025 - 05:13 PM (IST)
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नेशनल डेस्क: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की हार के बाद राजस्थान के जोधपुर में एक दिलचस्प और अनोखी घटना घटी। जोधपुर निवासी मोहनदास वैष्णव ने चुनाव परिणाम के दौरान एक संकल्प लिया था कि यदि दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP और अरविंद केजरीवाल की पार्टी हार जाती है, तो वे गधों को गुलाब जामुन खिलाएंगे। शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आए, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 48 सीटों के साथ शानदार जीत दर्ज की, जबकि AAP को केवल 22 सीटों पर ही सिमट कर रहना पड़ा। कांग्रेस ने इस चुनाव में एक भी सीट नहीं जीती।
दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सीटें हैं, और सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की आवश्यकता होती है। इस परिणाम के बाद, मोहनदास वैष्णव ने अपने संकल्प को पूरा किया और रविवार को जोधपुर में गधों को गुलाब जामुन खिलाने का आयोजन किया। वैष्णव ने इस मौके पर एक बोर्ड भी लगाया, जिस पर लिखा था "महाधूर्त अरविंद केजरीवाल," जो कि इस आयोजन का एक तरह से राजनीतिक तंज था। इस आयोजन का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि वैष्णव गधों को गुलाब जामुन खिलाते हुए खुशी-खुशी अपना संकल्प पूरा कर रहे हैं। राजस्थान में एक पुरानी कहावत है, "गधों की किस्मत में गुलामी लिखी होती है, गुलाब जामुन नहीं," जो इस घटना से जुड़ी हुई है।
इस कहावत का अर्थ है कि समाज में सम्मानित और प्रतिष्ठित व्यक्तियों को अक्सर सही सम्मान नहीं मिलता, जबकि जो लोग कम सोच वाले होते हैं, उन्हें कभी-कभी ऊंचे पद और सम्मान मिल जाते हैं। वैष्णव ने इस कहावत के माध्यम से अपनी राजनीति और समाज के प्रति टिप्पणी की। यह घटना जहां एक ओर जोधपुर में चर्चा का विषय बन गई, वहीं सोशल मीडिया पर भी इसका वीडियो खूब देखा जा रहा है। कुछ लोग इसे राजनीतिक व्यंग्य के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ इसे एक मजाकिया आयोजन मान रहे हैं।
केजरीवाल कि हार के बाद गधों को गुलाब जामुन खिलाते हुए
— ♑ тᾰ!ℓ✺Ի सनातनी।🅚🅡🅣 ꧁.गुरुकाशिष्य꧂ (@NTailor17) February 10, 2025
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दिल्ली विधानसभा चुनाव में परिणाम
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शानदार प्रदर्शन किया और 48 सीटों के साथ जीत हासिल की। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) केवल 22 सीटों तक सिमट गई। कांग्रेस को इस बार कोई सीट नहीं मिली। दिल्ली में कुल 70 विधानसभा सीटें हैं, और सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की आवश्यकता होती है। बीजेपी की यह जीत अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है। यह परिणाम दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य को पूरी तरह से बदलने का संकेत दे रहे हैं, और आने वाले समय में दिल्ली की राजनीति में नए बदलाव देखने को मिल सकते हैं।