Karur Stampede : मेरा दिल टूट गया है…करूर भगदड़ पर एक्टर विजय की आई पहली प्रतिक्रिया
punjabkesari.in Sunday, Sep 28, 2025 - 06:05 AM (IST)

नेशनल डेस्कः तमिलनाडु के करूर जिले में अभिनेता से नेता बने विजय थलापति की रैली के दौरान हुए भगदड़ हादसे ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। इस दर्दनाक घटना में अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 45 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद पहली बार एक्टर विजय ने अपने भावुक शब्दों में इस त्रासदी पर प्रतिक्रिया दी है।
विजय का बयान:
तमिलगा वेत्री कषगम (टीवीके) के अध्यक्ष विजय ने कहा, "मेरा दिल टूट गया है। मैं इस असहनीय दर्द और शोक में तड़प रहा हूं, जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। करूर में जान गंवाने वाले मेरे भाइयों और बहनों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं और सहानुभूति है। मैं अस्पताल में इलाजरत सभी घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।"
विजय ने बताया कि जब वे सभा को संबोधित कर रहे थे, तब भीड़ नियंत्रण से बाहर हो गई थी। कई लोग अचानक बेहोश हो गए, जिनमें बच्चे और पार्टी कार्यकर्ता भी शामिल थे। उन्होंने अपने भाषण को रोककर भीड़ को पानी की बोतलें उपलब्ध कराने की कोशिश की, लेकिन परिस्थिति काबू से बाहर हो गई।
हादसे की परिस्थिति:
जानकारी के अनुसार, रैली स्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। कई लोग छह घंटे से अधिक समय तक इंतजार कर रहे थे, जिससे थकान और घबराहट ने भगदड़ को जन्म दिया। भीड़ इतनी अधिक थी कि आपातकालीन वाहन भी तेज़ी से घटना स्थल तक नहीं पहुंच सके। घायल लोगों को तुरंत अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी उनकी जान बचाने में जुटे हुए हैं।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया:
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने इस हादसे को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई है। उन्होंने कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से करूर जाकर मृतकों के परिवारों से मिलेंगे और अस्पताल में इलाजरत घायलों का हालचाल जानेंगे। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है, जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
उन्होंने सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय न्यायाधीश अरुणा जगदीशन की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच आयोग गठित करने की भी घोषणा की है, जो हादसे के कारणों की गहन जांच करेगा और सरकार को रिपोर्ट सौंपेगा।
प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं का दुख:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, "तमिलनाडु के करूर में राजनीतिक रैली के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत पीड़ादायक है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं और इस कठिन समय में उनके साथ खड़ा हूं।"
गृह मंत्री अमित शाह ने भी मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की और राज्य सरकार को आवश्यक सहायता देने का निर्देश दिया है।
स्थानीय प्रशासन की स्थिति:
करूर पहुंच चुके स्वास्थ्य मंत्री एमए सुब्रमण्यम, जिलाधिकारी और अन्य उच्च प्रशासनिक अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री स्टालिन ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे शांति बनाए रखें और आम जनता से सहयोग करने की अपील की है।
हादसे के बाद सुरक्षा के सवाल:
इस हादसे ने तमिलनाडु और पूरे देश में बड़े सार्वजनिक आयोजनों में सुरक्षा प्रबंधों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। भीड़ नियंत्रण के लिए उचित इंतजाम न होना इस त्रासदी की मुख्य वजह माना जा रहा है। प्रशासन पर भीड़ प्रबंधन में कमी के आरोप लग रहे हैं, जिसके लिए जल्द ही जांच आयोग अपना निष्कर्ष पेश करेगा।
अस्पतालों में जुटी मेडिकल टीमें:
स्थानीय अस्पतालों में डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की टीमें आपातकालीन हालत में काम कर रही हैं। तिरुचि और सलेम से भी अतिरिक्त मेडिकल टीमों को करूर भेजा गया है ताकि बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जा सके।