Russia-Ukraine war: करीब 17 हजार भारतीय यूक्रेन से निकले, विदेश मंत्रालय बोला- स्थिति बेहद ही कठिन
punjabkesari.in Wednesday, Mar 02, 2022 - 08:01 PM (IST)

नेशनल डेस्क: विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि पहला परामर्श जारी होने के बाद से युद्धग्रस्त यूक्रेन की सीमा से करीब 17,000 भारतीय निकल गए हैं। मंत्रालय ने कहा कि रूसी पक्ष से मिली सूचना के आधार पर यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने तत्काल अपने सभी नागरिकों से खारकीव छोड़ने को कहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्थिति कठिन है लेकिन हम हर भारतीय को देश वापस लायेंगे।'' उन्होंने कहा कि हम सभी भारतीयों से तत्काल खारकीव छोड़कर सुरक्षित स्थानों या पश्चिम की ओर तत्काल बढ़ने का आग्रह करते हैं। उन्होंने कहा कि रूसी पक्ष से मिली सूचना के आधार पर यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने तत्काल अपने सभी नगरिकों से खारकीव छोड़ने को कहा है।
The advisory that has just been issued by our Embassy is on the basis of information received from Russia. We would urge all our nationals to leave Kharkiv immediately to safe zones or further westwards using any means available, including on foot, & keeping safety in mind: MEA pic.twitter.com/3CuDIf1o5A
— ANI (@ANI) March 2, 2022
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि यूक्रेन में एक भारतीय नागरिक चंदन जिंदल की प्राकृतिक कारणों से मौत हो गई, वे पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में थे। उन्होंने जिंदल के निधन पर शोक जताया। गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले यूक्रेन में गोलाबारी के कारण एक भारतीय छात्र नवीन की मौत हो गई थी। इससे पहले, रूस के सैन्य अभियान से बुरी तरह प्रभावित पूर्वी यूरोपीय देश यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास ने छात्रों सहित अपने सभी नागरिकों से बुधवार को कहा कि अपनी रक्षा एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वे तुरंत खारकीव छोड़ दें और जल्द से जल्द पेसोचिन, बाबाये और बेजलीयुदोव्का पहुंचें।
Cities in eastern Ukraine remain an area of concern. Encouraging reports that some students were able to board trains out of Kharkiv last night, today morning...We've been in communication with Russian side regarding safe passage of our nationals from Kharkiv & other cities: MEA pic.twitter.com/Y4tYTVjLCq
— ANI (@ANI) March 2, 2022
भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ‘‘हर परिस्थिति में वे इन स्थानों पर आज यूक्रेन के समय अनुसार शाम छह बजे (1800) तक पहुंच जाएं। '' दूतावास ने आगे परामर्श में कहा कि जिन्हें वहां से निकलने के लिये कोई वाहन या बस नहीं मिल रही है और जो रेलवे स्टेशन पर हैं, वे पैदल पेसोचिन (11 किलोमीटर) , बाबाये (12 किलोमीटर) और बेजलीयुदोव्का (16 किलोमीटर) पहुंचे। भारत ने यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को देश वापस लाने के लिये ‘ऑपरेशन गंगा' अभियान शुरू किया है। इसके तहत भारतीयों को जमीनी सीमा चौकियों के जरिए यूक्रेन से निकालने के बाद हंगरी, रोमानिया, पोलैंड और स्लोवाकिया से हवाई मार्ग से स्वदेश लाया जा रहा है। वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने कहा कि पहला परामर्श जारी होने के बाद से युद्धग्रस्त यूक्रेन की सीमा से करीब 17,000 भारतीय निकल गए हैं।
उन्होंने बताया कि यूक्रेन से भारतीयों को देश वापस लाने को लेकर चलाए जा रहे आपरेशन गंगा अभियान के तहत पिछले 24 घंटे में छह उड़ाने भारत पहुंच चुकी हैं और अब तक कुल 15 उड़ाने आ चुकी हैं। प्रवक्ता ने कहा कि अगले 24 घंटे मे 15 उड़ाने निर्धारित की गई हैं जिनमें से कुछ रास्ते में हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय वायु सेना का एक विमान आज रात भारत पहुंचेगा। बागची ने कहा कि भारत की ओर से यूक्रेन के लिये मानवीय सहायता भी भेजी जा रही है जिनमें दवाएं, चिकित्सा उपकरण, टेंट, कंबल, सौर उपकरण आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इसमें 2 टन चिकित्सा सहायता के साथ पहली खेप कल रवाना कर दी गई और तीन और खेप भेजी जायेंगी।