WhatsApp के एक मैसेज ने बदल दी इस लड़की की जिंदगी
punjabkesari.in Sunday, Aug 21, 2016 - 01:01 PM (IST)
इंदौर: देपालपुर के श्यादा गांव की रहने वाली हिना ने सोचा भी नहीं था कि रक्षाबंधन की सुबह उसकी पूरी जिंदगी बदल देगी। WhatsApp पर चले एक छोटे से मैसेज ने हिना की जिंदगी को एक पल में बदल कर रख दिया। हिना सोलंकी (14) को दिल की बीमारी के इलाज के लिए करीब 40 हजार रुपए की जरूरत थी लेकिन उनके पास इतने पैसे नहीं थे। जब इस बात की जानकारी गांव के पंचायत सचिव को लगी तो उन्होंने हिना की मदद के लिए WhatsApp पर एक मैसेज चला दिया। फिर क्या था मैसेज पढ़कर आसपास के 20 से ज्यादा युवा हिना की मदद के लिए रक्षाबंधन पर उसके घर पहुंच गए, उन्होंने हिना से राखी बंधवाई और नेग के रूप में इलाज का खर्च जुटा दिया।
हिना के पिता नहीं है, वह 6 महीने की थी जब उसके पिता का देहांत हो गया। वह अपनी मां के साथ गांव में रहती है। जन्म से ही उसके दिल में छेद था। हिना की मां सावित्री खेतों में मेहनत मजदूरी कर उसे पढ़ा रही है। उसकी 4 बड़ी बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। हिना का कोई भाई नहीं है। दिल में छेद होने की वजह से काम करते हुए वह बहुत जल्दी थक जाती थी। गांव के लोगों की मदद से उसने शासन से आवेदन लगाकर हिना के ऑप्रेशन के लिए सहायता जुटाई।
हिना का ऑप्रेशन तो हो गया लेकिन बाद में दवाइयों और इलाज के लिए पैसों की कोई व्यवस्था नहीं हो पा रही थी। बेटी की दवाइयों के लिए मां ने घर तक गिरवी रख दिया। जब इस बात की जानकारी गांव के पंचायत सचिव सोहन सिंह बडवाया को हुई तो उन्होंने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर हिना की मदद करने की सोची। उन्होंने हिना की फोटो के साथ एक मैसेज टाइप कर 30-40 WhatsApp ग्रुप्स में भेज दिया। मैसेज पढ़ने के बाद लोगों के फोन आने शुरू हो गए।
रक्षाबंधन वाले दिन सुबह ही पास के गांव बोरिया के 20 से ज्यादा लोग अपने साथ राखी लेकर हिना के घर पहुंचे तो हिना और उसकी मां यह देखकर हैरान हो गईं कि आखिर यह क्या है। युवकों के साथ आए पंचायत सचिव सोहन सिंह ने हिना से कहा कि तुम्हारा कोई भाई नहीं है न इसलिए हम सब तुमसे राखी बंधवाने आए हैं। हिना ने भीगी आंकों से सबको राखी बांधी। सभी ने मिलकर हिना को करीब 12.5 हजार रुपए का नेग दिया और साथ ही वचन दिया कि उसके इलाज की सारी जिम्मेदारी वे उठाएंगे। पंचायत सचिव सोहन सिंह ने कहा कि इसके बाकि पैसे भी इकट्ठा करके दे देंगे, ताकि वे अपना घर छुडवा सकें। हिना और उसकी मां ने पंचायत सचिव सोहन सिंह और उनके साथ आए लोगों का तहेदिल से शुक्रिया अदा किया।